सिद्धार्थनगर। बिजली अभियंताओं और कर्मियों की हड़ताल के कारण जिले की करीब 24 लाख आबादी परेशान है। शनिवार रात 10 बजे के बाद से रविवार तक करीब 70 फीडर से आपूर्ति बाधित रही। 20 घंटे बत्ती गुल होने के विरोध में लोग सड़कों पर उतर गए। इस दौरान पुलिस ने शोहरतगढ़, इटवा, लोटन व पथरा में 16 बिजली कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
हड़ताल के तीसरे दिन रविवार के लोग बिजली के अभाव में बिलबिला उठे। जिले के 32 बिजली उपकेंद्र में 25 उपकेंद पूरी तरह बंद हो गए हैं, जबकि 70 फीडर से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। प्रशासन की टीम ने नगर निगम के लाइनमैनों के साथ बिजली आपूर्ति बहाल करने की कोशिश की लेकिन पर्याप्त कामयाबी नहीं मिली। एसडीएम नौगढ़ डॉ. ललित कुमार मिश्र ने टीम के साथ शनिवार रात में शहर के रेहरा उपकेंद्र की बिजली शुरू करा दिया। इससे पुरानी नौगढ़, भीमापार सहित अन्य क्षेत्रों के लोगों को राहत मिली। जोगिया फीडर से भी आपूर्ति शुरू हुई, लेकिन लोटन में कामयाबी नहीं मिली।
शहर के पुरानी नौगढ़ में बिजली आपूर्ति बंद हुई तो घर में सो रहे लोगों की नींद हराम हो गई। लोग घरों से बाहर निकलें और सड़क पर प्रदर्शन करने लगे। लोगों ने प्रदर्शन करके विरोध जताया। सीओ अखिलेश यादव व तहसीलदार आरआर रमन ने लोगों से बातें की। हालांकि, रात में ही आपूर्ति बहाल हो गई।
पकड़ी बाजार प्रतिनिधि के अनुसार स्थानीय लोगों ने शनिवार सुबह 9 बजे चेतिया-शोहरतगढ मार्ग स्थित बभनी चौराहे पर सड़क जाम कर दिया। दो घंटे के जाम के कारण सड़क पर चलने वाले वाहनों के पहिए थम गए, जिससे यहां लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। एसडीएम शोहरतगढ़ प्रदीप कुमार यादव, नायब तहसीलदार गौरव कुमार ने बिजली आपूर्ति बहाल करने के आश्वासन पर जाम हटवाया। जोगिया प्रतिनिधि के अनुसार, शनिवार को लोगों ने कुछ देर तक नेशनल हाइवे जाम कर दिया था, हालांकि, स्थानीय लोगों ने उन्हें समझा कर हटाया।