सिद्धार्थनगर। मुखिया का अंत्योदय कार्ड होते हुए भी तथ्य छिपाकर पात्रगृहस्थी कार्ड हासिल करने वाले प्रशासन की नजर में हैं। जिले में 82 हजार अंत्योदय कार्ड धारकों की जांच की जाएगी। गड़बड़ी मिलने पर राशन कार्ड को निरस्त कर दिया जाएगा। शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी के आदेश पर जांच करने की कवायद शुरू की गई है। जांच में अपात्र लोगों का नाम काटते हुए आवेदन करके प्रतीक्षा में चल रहे पात्र परिवारों को पात्रगृहस्थी का कार्ड जारी किया जाएगा।
जांच टीम में ग्रामीण क्षेत्र में पूर्ति विभाग के अलावा ब्लॉक के कर्मचारी रहेंगे। जबकि नगर पंचायत और नगर पालिका क्षेत्र में पूर्ति विभाग के अलावा अधिशासी अधिकारी के अधीन कर्मचारी जांच करेंगे। उनकी ओर से जिला पूर्ति अधिकारी को रिपोर्ट आएगी, इसके बाद कार्ड निरस्त करने के नए लोगों को जोड़ने का कार्य शुरू किया जाएगा। इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी बृजेश कुमार मिश्र ने बताया कि कुछ लोग तथ्य छिपाकर गलत तरीके से पात्र गृहस्थी का कार्ड ले लिए हैं, जबकि परिवार रजिस्ट्रर में वह मुखिया से अलग नहीं हैं। ऐसे लोगों का कार्ड कटेगा, इसके लिए जांच होगी।
वसूली के अफवाह पर सात हजार लोगों ने निरस्त कराया कार्ड
छह माह पहले एक अफवाह उड़ी थी कि ट्रैक्टर, बाइक, आयकर दाता या फिर दो एकड़ से अधिक खेत है और पात्र गृहस्थी का राशन कार्ड बनवा लिए हैं। राशन ले रहे हैं तो जब से कार्ड जारी हुआ है, उसकी वसूली होगी। हालांकि यह अफवाह मात्र रहा, कोई लिखित आदेश नहीं था। लेकिन इस अफवाह के बीच जिले में सात हजार से अधिक लोगों ने अपना राशन कार्ड निरस्त करवा दिया था।
500 से अधिक लोग कर चुके हैं आवेदन
पूर्ति कार्यालय के कर्मियों के मुताबिक पात्र गृहस्थी का कार्ड बनवाने के लिए 500 से अधिक लोग आवेदन कर चुके हैं। जिनका आवेदन सुरक्षित रखा गया है। अपात्र लोगों का नाम कटने के बाद इनका कार्ड जारी हो सकेगा।
कार्ड जारी होने का मानक
पूर्ति विभाग के आकड़ों के मुताबिक जिले में 82510 अंत्योदय कार्डधारक हैं। जबकि 387314 पात्रगृहस्थी कार्ड धारक हैं। जिसमें एक परिवार के मुखिया के रेसियो के हिसाब से ग्रामीण क्षेत्र में पूरी आबादी के 79 प्रतिशत लोगों का कार्ड जारी हो सकता है। इसी प्रकार शहरी क्षेत्र की आबादी का 64 प्रतिशत कार्ड जारी किया जा सकता है। मौजूदा समय में जिले में लक्ष्य पूरा है। इसलिए नये राशन कार्ड जारी नहीं हो पा रहे हैं। जब अपात्र या मृतक का कार्ड निरस्त होगा तभी नये जुड़ेंगे।
जांच का मानक
टीम राशन कार्ड की जांच इस आधार पर करेगी कि परिवार रजिस्टर में अंत्योदय कार्ड के मुखिया के नाम से है और पात्र गृहस्थी लेने वाले उसी में दर्ज हैं तो यह अपात्र माने जाएंगे। लेकिन मुखिया का अंत्योदय कार्ड है और लड़के परिवार रजिस्ट्रर में अलग हैं और पात्रगृहस्थी का कार्ड लिए हैं तो वह नहीं कटेंगे।