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सदर थाने पर अधिवक्ताओं का धरना
सिद्धार्थनगर। अधिवक्ता के घर हुई चोरी का फर्जी पर्दाफाश का आरोप लगाते हुए अधिवक्ता विरोध पर उतर आए है। न्यायालय परिसर से नारेबाजी करते हुए सदर थाने में पहुंचे और धरने पर बैठ गए। कोतवाल को हटाने की मांग की।
अधिवक्ता दो घंटे थाने तक धरने पर बैठे रहे और तीन बजे बिना किसी के वार्ता के वापस चले गए। विरोध जारी रखने की चेतावनी दी। इसके पहले अधिवक्ता 12:40 बजे न्यायालय गेट पर पहुंचे। इसके बाद समूह बनाकर नारेबाजी करते हुए 1:10 बजे थाने पर पहुंच गए। यहां करीब दो घंटे तक थाना परिसर में धरना पर बैठे रहे।
सिविल सिद्धार्थ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि पुलिस की कार्यशैली बेहद खराब है। अधिवक्ता रविंद्र नाथ पांडेय के घर चोरी हुई। केस तो दर्ज किया गया, लेकिन घटना का फर्जी पर्दाफाश किया गया। इस संबंध में कई बार वार्ता की गई, लेकिन आला अधिकारी अधिवक्ताओं को भ्रमित करने का कार्य करते रहे। पुलिस की यह कार्यशैली किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता के यहां हुई चोरी को माल अविलंब बरामद किया जाए। तत्कालीन एसओजी प्रभारी पंकज पांडेय और थानाध्यक्ष सदर राधेश्याम राय के खिलाफ कार्रवाई की जाए। फर्जी माल की बरामदगी करने वाली टीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराई जाए। चोरी का माल बरामद करने के लिए पुलिस की एक टीम तैयार की जाए। उन्होंने कहा मांगें पूरी होने तक अधिवक्ताओं के विरोध का क्रम जारी रहेगा। महामंत्री कृपाशंकर त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस का यह रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र नाथ अग्रवाल, अनूप कुमार पांडेय, प्रमोद कुमार मौर्य, कैलाश नाथ गिरि, पंकज कुमार सिंह, राहुल कुमार, अरुण कुमार त्रिपाठी, बृजेश प्रताप सिंह, जितेंद्र नारायण सिंह, देवेंद्र मणि त्रिपाठी, वीरेंद्र नाथ शुक्ल, विमल कुमार मिश्र, शुभांगी द्विवेदी, प्रदीप कुमार सिंह, गोपाल मिश्र, रामसूरत यादव, अनिरुद्ध यादव आदि मौजूद रहे।
पुलिसकर्मी रहे मुस्तैद
सुरक्षा के मददेनजर थाने पर सीओ सदर राणा महेंद्र प्रताप सिंह, सीओ बांसी अरुण चंद, सीओ शोहरतगढ़ प्रदीप कुमार यादव, एसओ उसका मनोज सिंह, लोटन रामअशीष यादव, मोहाना जयप्रकाश दुबे, कपिलवस्तु महेश कुमार सिंह, चिल्हिया दिनेश चंद चौधरी, शोहरतगढ़ आरबी सिंह, ढेबरुआ तहसीलदार सिंह, जोगिया आलोक कुमार श्रीवास्तव, मिश्रौलिया मनोज कुमार त्रिपाठी, त्रिलोकपुर रणधीर कुमार मिश्र, गोल्हौरा शमशेर बहादुर सिंह, खेसरहा ब्रह्मनंद गौंड सहित पुलिस लाइंस की फोर्स मौजूद रही।
एडीएम ने की वार्ता की कोशिश
एडीएम सीताराम गुप्ता, एसडीएम उमेशचंद्र निगम, एसडीएम सदर विकाश कश्यप ने न्यायालय परिसर में ही वार्ता की कोशिश की, ताकि थाने का घेराव कार्यक्रम रोका जा सके। मगर अधिवक्ता समूह ने थाने में जाने की बात करते हुए निकल पड़े। बिना कार्रवाई के कोई वार्ता नहीं करने की बात अधिवक्ताओं ने बात कही।
सदर थाने पर अधिवक्ताओं का धरना
सिद्धार्थनगर। अधिवक्ता के घर हुई चोरी का फर्जी पर्दाफाश का आरोप लगाते हुए अधिवक्ता विरोध पर उतर आए है। न्यायालय परिसर से नारेबाजी करते हुए सदर थाने में पहुंचे और धरने पर बैठ गए। कोतवाल को हटाने की मांग की।
अधिवक्ता दो घंटे थाने तक धरने पर बैठे रहे और तीन बजे बिना किसी के वार्ता के वापस चले गए। विरोध जारी रखने की चेतावनी दी। इसके पहले अधिवक्ता 12:40 बजे न्यायालय गेट पर पहुंचे। इसके बाद समूह बनाकर नारेबाजी करते हुए 1:10 बजे थाने पर पहुंच गए। यहां करीब दो घंटे तक थाना परिसर में धरना पर बैठे रहे।
सिविल सिद्धार्थ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि पुलिस की कार्यशैली बेहद खराब है। अधिवक्ता रविंद्र नाथ पांडेय के घर चोरी हुई। केस तो दर्ज किया गया, लेकिन घटना का फर्जी पर्दाफाश किया गया। इस संबंध में कई बार वार्ता की गई, लेकिन आला अधिकारी अधिवक्ताओं को भ्रमित करने का कार्य करते रहे। पुलिस की यह कार्यशैली किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता के यहां हुई चोरी को माल अविलंब बरामद किया जाए। तत्कालीन एसओजी प्रभारी पंकज पांडेय और थानाध्यक्ष सदर राधेश्याम राय के खिलाफ कार्रवाई की जाए। फर्जी माल की बरामदगी करने वाली टीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराई जाए। चोरी का माल बरामद करने के लिए पुलिस की एक टीम तैयार की जाए। उन्होंने कहा मांगें पूरी होने तक अधिवक्ताओं के विरोध का क्रम जारी रहेगा। महामंत्री कृपाशंकर त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस का यह रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र नाथ अग्रवाल, अनूप कुमार पांडेय, प्रमोद कुमार मौर्य, कैलाश नाथ गिरि, पंकज कुमार सिंह, राहुल कुमार, अरुण कुमार त्रिपाठी, बृजेश प्रताप सिंह, जितेंद्र नारायण सिंह, देवेंद्र मणि त्रिपाठी, वीरेंद्र नाथ शुक्ल, विमल कुमार मिश्र, शुभांगी द्विवेदी, प्रदीप कुमार सिंह, गोपाल मिश्र, रामसूरत यादव, अनिरुद्ध यादव आदि मौजूद रहे।
पुलिसकर्मी रहे मुस्तैद
सुरक्षा के मददेनजर थाने पर सीओ सदर राणा महेंद्र प्रताप सिंह, सीओ बांसी अरुण चंद, सीओ शोहरतगढ़ प्रदीप कुमार यादव, एसओ उसका मनोज सिंह, लोटन रामअशीष यादव, मोहाना जयप्रकाश दुबे, कपिलवस्तु महेश कुमार सिंह, चिल्हिया दिनेश चंद चौधरी, शोहरतगढ़ आरबी सिंह, ढेबरुआ तहसीलदार सिंह, जोगिया आलोक कुमार श्रीवास्तव, मिश्रौलिया मनोज कुमार त्रिपाठी, त्रिलोकपुर रणधीर कुमार मिश्र, गोल्हौरा शमशेर बहादुर सिंह, खेसरहा ब्रह्मनंद गौंड सहित पुलिस लाइंस की फोर्स मौजूद रही।
एडीएम ने की वार्ता की कोशिश
एडीएम सीताराम गुप्ता, एसडीएम उमेशचंद्र निगम, एसडीएम सदर विकाश कश्यप ने न्यायालय परिसर में ही वार्ता की कोशिश की, ताकि थाने का घेराव कार्यक्रम रोका जा सके। मगर अधिवक्ता समूह ने थाने में जाने की बात करते हुए निकल पड़े। बिना कार्रवाई के कोई वार्ता नहीं करने की बात अधिवक्ताओं ने बात कही।