बर्डपुर। दो दशक में देश तेजी से बदला है, लेकिन अब भी आधी आबादी अपने पूर्ण अधिकार से वंचित है। जब तक आधी आबादी को पूरा हक नहीं मिलता, तब तक समाज व देश में बदलाव संभव नहीं है। इसके लिए सरकार और सामाजिक संगठन प्रयास कर रहे हैं। अब बारी है बेटियों को अपने अधिकार के प्रति जागरूक व सजग रहने की। ये बातें एसडीएम डॉ. ललित कुमार मिश्रा ने बुधवार को ग्राम पंचायत बर्डपुर 10 के देवरा चौधरी पंचायत भवन में अमर उजाला की अपराजिता मुहिम के तहत आयोजित जागरूकता शिविर में कहीं। उन्होंने कहा कि अब बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। लोगों का सोच बदल रहा है। बेटियां इसका लाभ उठाएं और खुद को मजबूत बनाएं।
सीओ सदर अखिलेश वर्मा ने कहा कि बेटियों को शारीरिक रूप से भी मजबूत बनना होगा। इसके लिए उन्हें खेलकूद के साथ ही अन्य गतिविधियों को अपनाना होगा। उन्हें अन्याय का प्रतिकार करना सीखना होगा। उन्होंने कहा कि देश में महिलाओं ने कई क्षेत्रों में अपने काम का लोहा मनवाया है। हवाई जहाज की पायलट से लेकर सीमा पर मोर्चेबंदी में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि बेटियों के साथ भेदभाव न करें। उन्हें अच्छी शिक्षा दें। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गांव स्तर पर काम करती हैं। बच्चों का कुपोषण दूर करना बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है। प्रधान प्रतिनिधि संतोष चौधरी ने महिला सशक्तीकरण पर कहा कि महिलाओं को पारिवारिक और बाहरी दोनों प्रकार के दायित्वों के निर्वहन में संतुलन बनाना पड़ता है। समाज में उनकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। इस दौरान राकेश मिश्रा,धर्मेंद्र चौबे, नूरजंहा, सबीरा, सोनमती, विमलावती, इंद्रावती, चंद्रकला, सुंद्रावती सुशीला, सुराती सजकुल, सहनाज, कालीमुनिषा, रुखशाना,कांति, फूलमती, शांति, शमीमा, मंटोला अमिरूनिसा, कलावती, रीना, पुष्पा, पुनीता, उर्मिला, रामरती, सितारून, मुन्नी, राधा आदि रहीं।