सिद्धार्थनगर : आरक्षण प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर घूस मांगते वायरल हुए आडियो पर नरही के हल्का लेखपाल जय शंकर उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है। पूर्व में भी इनपर दुष्कर्म जैसा घृणित आरोप लग चुका है। जिसमें यह दो वर्ष पूर्व बस्ती में पकड़े गए थे और जेल भी गए थे। जमानत पर छूटने के बाद यह फिर से कार्यभार ग्रहण किए थे।
नरही ग्राम निवासी गिरीश दूबे ने मंडलायुक्त सहित जिलाधिकारी एवं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बांसी को शिकायती पत्र प्रेषित किया था कि हल्का लेखपाल गरीब सवर्ण आरक्षण प्रमाण पत्र (ईडब्लूएस) बनाने के नाम पर प्रति व्यक्ति से रुपये 1500 की मांग कर रहे हैं। शिकायतकर्ता ने मोबाइल पर लेनदेन की बात करते लेखपाल का आडियो बना लिया था। जिसे उसने वायरल भी कर दिया। शिकायत जब ऊपर तक करने की बात लेखपाल से की तो उनका कहना था कि हमारी पहुंच ऊपर तक है। दो वर्ष पूर्व दुष्कर्म का वीडियो वायरल होने पर तो हमारा कुछ हुआ नहीं फिर उसी तहसील में नौकरी कर रहा तो इसमें क्या होगा।
लेखपाल नरही जयशंकर उपाध्याय ने कहा कि आडियो जो वायरल हुआ है वह मेरा नहीं है। शिकायतकर्ता ने कूट रचना कर इसे तैयार किया है। दो वर्ष पूर्व लगे दुष्कर्म के आरोप की जहां तक बात है वह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। जल्द ही वह भी खत्म हो जाएगा। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बांसी जग प्रवेश ने कहा कि आडियो में प्रथम दृष्टया आवाज आरोपित लेखपाल की हमें लगी, जिसपर सोमवार की शाम को ही उसे निलंबित कर दिया गया है। वर्तमान घटना क्रम व पूर्व में लगे आरोपों की संपूर्ण जांच के लिए तहसीलदार को नामित किया गया है।