सिद्धार्थनगर। देश के बहुजन समाज को संविधान से मिले अधिकारों में देश-प्रदेश की सरकारें कटौती कर रहीं हैं। सभी सरकारी संस्थानों पर या तो यह कब्जा कर चुके हैं या उनका निजीकरण कर रहें हैं। इसका सबसे अधिक नुकसान गरीबों को उठाना पड़ेगा। ये बातें आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने शहर के पोस्ट आफिस मैदान में रविवार को पार्टी प्रत्याशी गुलाम नबी आजाद के पक्ष में आयोजित सभा में कहीं।
उन्होंने कहा कि भारत का संविधान सबसे बड़ा है, लेकिन इससे गरीबों, किसानों, नौजवानों, बुजुर्गों, महिलाओं के अधिकारों की रक्षा नहीं हो रही है। क्योंकि संविधान का पालन कराने की ताकत अभी सामंतवादी विचारधारा के लोगों के पास है।
उन्होंने कहा कि जिस दिन बहुजन समाज अपने वोट की ताकत पहचान लेगा उस दिन देश की दशा और दिशा बदल जाएगी। इस दौरान पूर्व विधायक चौधरी अमर सिंह ने कहा कि खुद के भविष्य की चिंता किए बगैर सरकार में रहते हुए सड़क से लेकर सदन तक बहुजन समाज की लड़ाई लड़ा। इनकी जन विरोधी नीतियों का हरदम विरोध किया। इस दौरान आकिब अंसारी, राजेंद्र भारती, रमेश धुरिया, जितेंद्र भारती, श्रीचंद, कमलावती, विजय यादव पहलवान, फौजिया आजाद आदि मौजूद रहे।