बिस्कोहर। सारनाथ से पैदल तीर्थ यात्रा पर निकला दक्षिण कोरिया के 200 बौद्ध भिक्षुओं का दल शनिवार को सुरक्षा के बीच बिस्कोहर स्थित जनपद सीमा के रास्ते बलरामपुर जनपद के लिए रवाना हुआ। बौद्ध भिक्षुओं की सुरक्षा में पुलिस अधिकारी और मेडिकल टीम तैनात रही।
इटवा तहसील क्षेत्र के जिगना माफी से रात ढ़ाई बजे निकला बौद्ध भिक्षुओं का दल सुबह साढ़े छह बजे पुलिस सुरक्षा के बीच बिस्कोहर स्थित जनपद सीमा पर पहुंचा। यहां पर त्रिलोकपुर थानाध्यक्ष सूर्य प्रकाश सिंह, चौकी प्रभारी बिस्कोहर राकेश त्रिपाठी, जयहिंद, आशीष आदि ने फूलों की वर्षा करते हुए दल को जनपद सीमा से रवाना किया। बौद्ध भिक्षुओं का दल बलरामपुर जनपद के विशुनपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय पर विश्राम करेंगा, उसके बाद श्रावस्ती के लिए रवाना होगा। पहली बार दक्षिण कोरिया से इतनी बड़ी संख्या में बौद्ध भिक्षुओं का दल भारत में धार्मिक यात्रा पर आया है। सभी भिक्षु पैदल यात्रा कर बिस्कोहर से तीन दिनों में 60 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर बलरामपुर के रास्ते श्रावस्ती पहुंचेंगे। उनके साथ चल रहे द्विभाषीय ने बताया कि यह दल सारनाथ से महात्मा बुद्ध की मूर्ति व अस्थि कलश को लेकर चल रहा है। विश्राम करने व रवाना होने से पहले उनका आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।
इटवा प्रतिनिधि के अनुसार पूर्व विधान सभा अध्यक्ष, विधायक माता प्रसाद पांडेय ने जिगिना माफी में बौद्ध भिक्षुओं का स्वागत किया। उन्होंने बौद्ध भिक्षुओं से सिद्धार्थनगर के अनुभव को भी जाना।