सिद्धार्थनगर जिले के कैथवलिया गांव में किशोरी की हत्या के मामले का पुलिस ने रविवार को पर्दाफाश कर दिया। बेटी के प्रेम प्रसंग से नाराज पिता ने ही झूठी शान की खातिर अपने पिता और गांव के एक व्यक्ति के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतारा था। एसओजी और खेसरहा पुलिस ने गांव के पास से तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया है।
एसपी अमित कुमार आनंद ने पुलिस लाइंस में प्रेसवार्ता कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खेसरहा थाना क्षेत्र के कैथवलिया गांव के पनघटिया टोला निवासी किशोरी स्मृता (16) का राप्ती नदी में बोरे में शव मिला था। उसके हाथ पैर बंधे थे। उसकी चाकू से गोदकर हत्या की गई थी।
मामले का पर्दाफाश करने के लिए एसओजी और खेसरहा पुलिस को लगाया गया था। टीम ने घटना के हर पहलुओं की छानबीन शुरू की तो पिता की ओर शक की सूई घूमने लगी थी। पुलिस टीम ने उससे पूछताछ की तो वह टूट गया और हत्या करने की बात स्वीकार कर ली।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी राधेश्याम ने बताया कि बेटी स्मृता का गांव के ही एक युवक से प्रेम संबंध था और उससे शादी की जिद कर रही थी। बार-बार मना करने पर भी वह नहीं मानी तो पिता सीताराम और गांव के ही युवक लहरी के साथ मिलकर चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी और लाश को राप्ती नदी में ठिकाने लगा दिया। एसपी ने बताया कि आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयोग किया गया चाकू बरामद कर लिया है।