सिद्धार्थनगर। शहर की आबोहवा और अच्छी करने के लिए प्रशासन ने ग्रीन बेल्ट बनाने की पहल शुरू की है। शहर के जमुआर नाले के तट पर एक हेक्टेयर क्षेत्र में नंदन वन के नाम से हरित पट्टी बनाने का कार्य शुरू किया है। इस क्षेत्र में साढ़े चार हजार पौधे एक ही स्थान पर लगाएं जाएंगे, इन पौधों को पेड़ के रूप में आकार लेने तक संरक्षित भी किया जाएगा।
सिद्धार्थनगर जिले के सृजन के 34 साल बाद पर्यावरण संरक्षण का कार्य होने जा रहा है। शहर में पेड़-पौधों की संख्या कम होने के कारण गर्मी में ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहर का तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा और लोगों को अधिक गर्मी सहन करनी पड़ी। अमर उजाला ने इस खबर को तथ्यों के साथ प्रकाशित किया था। अब प्रशासन एवं नगर पालिका परिषद में इस दिशा में कार्य शुरू किया है।
नगर पालिका सिद्धार्थनगर में नंदन वन स्थापित होगा, इससे शहर में रहते हुए भी यहां पहुंचने पर वन की तरह पर्यावरण एवं स्वच्छ हवा मिलेगी। तहसील एवं नगर पालिका प्रशासन ने इसके लिए पिठनी पुल के पास राजस्व ग्राम रोआपार में एक हेक्टेयर भूमि चिह्नित की है।
प्रदेश के सभी नगर निकायों में वनीकरण योजना के तहत पौधरोपण कर नंदन वन स्थापित किए जाने हैं। जिसके क्रम में डीएम संजीव रंजन के निर्देश पर तहसील प्रशासन ने नगर पालिका को नंदन वन के लिए भूमि उपलब्ध कराई। तहसीलदार राम ऋषि रमन ने राजस्वकर्मियों की टीम और नगर पालिका ईओ मुकेश कुमार चौधरी के साथ मौके पर पहुंच भूमि चिह्नांकन किया। तहसीलदार ने बताया कि रोआपार में पिठनी पुल के पास उपलब्ध सरकारी भूमि के कुछ हिस्से में पहले से ही वनीकरण था। इसके साथ अन्य खाली क्षेत्र को भी शामिल करते हुए नंदन वन के लिए एक हेक्टेयर भूमि उपलब्ध कराई गई है। ईओ मुकेश कुमार चौधरी ने बताया उपलब्ध भूमि में खाली हिस्से में भी पौधरोपण कर वनीकरण किया जाएगा। साथ ही यहां रास्ता एवं बैठने के लिए बेंच की भी व्यवस्था की जाएगी। जिससे यहां टहलने आने वालों को सुविधा हो सके। भूमि चिन्हांकन के समय राजस्व निरीक्षक शीतल द्विवेदी, लेखपाल अनूप यादव मौजूद रहे।
कब्जामुक्त कर बनवाया चकरोड
सिद्धार्थनगर। ग्रामीणों की शिकायत पर ग्राम रमवापुर में 15 वर्ष से कब्जा रहे चक मार्ग की पैमाइश कर निर्माण कराया गया। तहसीलदार राम ऋषि रमन ने बताया कि रमवापुर में चकरोड की भूमि को गांव के कुछ लोग कब्जा कर खेती करते थे, जिससे गांव के लोगों को आवागमन में दिक्कत होतीे थी। ग्रामीणों की शिकायत पर नौ सौ मीटर लंबी चकरोड भूमि खाली करा प्रधान को इसके निर्माण कराने को कहा गया। मौके पर चकरोड निर्माण कार्य शुरू कराया गया, जिससे गांव के लोगों को सुविधा होगी। इस दौरान ग्राम प्रधान अरविंद पांडेय, राजस्व निरीक्षक अमरीश, लेखपाल सूर्यभान सिंह मौजूद रहे।
बना कूड़ा डंपिंग केंद्र
नगर पालिका के ईओ मुकेश कुमार चौधरी ने बताया कि नौगढ़ पुल के पास कूड़ा डंपिंग केंद्र के लिए चिन्हित भूमि पर मिट्टी डालकर समतल कर दिया गया है। अब शहर के किसी अन्य स्थान पर कूड़ा नहीं डाला जाएगा। अब यहीं पर कूड़ा डालकर उसे निस्तारित किया जाएगा। यहां सफाईकर्मियों के ठहरने के लिए उचित प्रबंध किया जाएगा। यहां गीले कूड़े से खाद बनाने समेत सूखे कूड़े को भी निस्तारित किया जाएगा।