सिद्धार्थनगर। गर्भ में बेटा है या बेटी। यह जानने की कीमत छह हजार रुपये है। अगर लिंग परीक्षण के साथ ही गर्भपात करवाना चाहते हैं तो अल्ट्रासाउंड संचालक इसका भी 12 हजार रुपये में ठेका लेते हैं। चौंकिए नहीं, यह बात सोलह आना सच है। बिचौलिए, लिंग परीक्षण के लिए बने कानून को तोड़कर इतनी ही रकम लिंग परीक्षण करा रहे हैं। अगर बेटी है तो कई बार गर्भ में उसकी हत्या कर दी जाती है। उसकी जिंदगी खत्म करने के फेर में कई बार गर्भवती भी अपनी जान गंवा देती हैं। आश्चर्य तो इस बात का है कि इसे रोकने की जिम्मेदारी लिए बैठा स्वास्थ्य महकमा कार्रवाई तभी करता है, जब मामला तूल पकड़े या फिर कोई आकर उनके दफ्तर तक शिकायत करें। खुद से विभाग को इसकी फिक्र नहीं है, जिस वजह से न चाहते हुए भी महिलाएं लिंग जांच कराकर खुद की और पेट में पल रहे शिशु की जिंदगी गंवा दे रही हैं।
चलिए चलते हैं, शहर के भीमापार रोड पर, जहां कई ऐसे ही अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं जो जिला अस्पताल से बहुत दूर नहीं है। यहां हाइवे के नीचे से जरूर जाना होगा। देखने में भारी भरकम बोर्ड नहीं लगा हुआ है। पर अंदर अल्ट्रासाउंड मशीन है। बाहर कुर्सी मेज जरूर रखे हैं, जिसे देखकर यहां अंदाजा भी नहीं कर सकते कि यहां पर कोई आता जाता होगा। और जांच होती होगी। लेकिन जैसे ही आप बताए हुए स्थान पर खड़े होंगे, तत्काल वहां रखे गए लड़के आकर मिलेंगे और डॉक्टर की ओर से दिए गए कार्ड को देखकर अंदर ले जाएंगे। जैसे ही आप लिंग परीक्षण की इच्छा जाहिर करेंगे, आपसे मोलभाव शुरू होगा।
कम जमा करने के बाद सीधे अंदर लेकर जाएगा और फिर लिंग परीक्षण कर बता दिया जाएगा कि पेट में पल रहा शिशु बेटा है या बेटी। यह भीमापार में ही नहीं साड़ी के पास, उसका रोड और शहर में कई गुमनाम स्थानों पर भी होता है। हालांकि, सब बिना लिखा पढ़ी का खेल है। इसकी कोई रसीद नहीं मिलेगी और न ही रिपोर्ट ।
रिपोर्ट नहीं मौखिक होता है जवाब
जांच कराने के बाद संचालक की ओर से मौखिक बताकर भेज दिया जाता है। यह हाल शहर में है, देहात में यह काम कराना बेहद आसान है। वहां पर पान वाला भी आप को बता देगा कि कहां पर जाने पर लिंग परीक्षण होगा और बिचौलिए कहां मिलेंगे। इन लोगों को न तो नियम कानून का डर है और न ही कोई रोकने वाला। हालांकि जिम्मेदार जानते हुए भी इस इंतजार में रहते हैं कि कोई शिकायत करने आए तो जांच शुरू करें। इसके बाद हो हल्ला करके मामले को दबा दें।
छह हजार दीजिए होगा लिंग परीक्षण
जिले के भनवापुर क्षेत्र एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर शुक्रवार को एक व्यक्ति गया, उसने कहा हमारी पत्नी गर्भवती है। हमारे पास तीन बेटियां पहले से हैं, इसलिए आप हमारी पत्नी का अल्ट्रासाउंड कर भ्रूण का लिंग परीक्षण कर बता दीजिए। मैं किसी से नहीं बोलूंगा और आप जो पैसा बोलो मैं देने को तैयार हूं। पहले तो अल्ट्रासाउंड संचालक ने मना किया, बाद में कहा छह हजार में आपको लिंग परीक्षण कर बता दूंगा और अगर गर्भपात कराना चाहेंगे तो उस के लिए अलग से शुल्क देना होगा। इस पर वह व्यक्ति वापस आकर तीन दिन बाद जांच कराने की बात कही।
12 हजार में लिंग परीक्षण के साथ गर्भपात भी हो जाएगा
लिंग परीक्षण की जानकारी लेने के लिए जिले के शोहरतगढ़ तहसील मुख्यालय पर स्थित अल्ट्रासाउंड सेंटर पर एक व्यक्ति पहुंचा। यहां संचालक ने आने कारण पूछा तो उसने कहा कि पत्नी का अल्ट्रासाउंड कराना है। बोला पत्नी आई है कि नहीं। पति बोला अभी लेकर नहीं आए हैं, क्योंकि हमें लिंग परीक्षण करवाना है कि बेटी है या फिर बेटा। संचालक ने कहा यह क्यों जानना चाह रहे हो तो पति ने कहा कि पांच बेटियां हो चुकी हैं। फिर बेटी न हो जाए इसलिए, तब संचालक ने कहा कि 12 हजार रुपये खर्च करो, लिंग परीक्षण करवाने के साथ ही गोंडा के एक सेंटर पर गर्भपात करवा देंगे।
जिले में संचालित हैं इतने अस्पताल और केंद्र
सरकारी आकड़ों को मुताबिक जनपद में 95 अस्पताल, कलीनिक और पैथालॉजी हैं। इसके साथ ही 65 अल्ट्रासाउंड सेंटर पंजीकृत हैं। लेकिन देखेंगे तो शहर से गांव तक, हर कस्बे और गली में जांच केंद्र और अस्पताल संचालित हो रहे हैं। जिससे स्वास्थ्य महकमा अनजान बना है।