सिद्धार्थनगर। बर्डपुर मार्ग से उसका मुख्य मार्ग पर 10 से अधिक स्कूलों के बच्चे हर दिन छुट्टी के बाद जाम और खतरों का इम्तिहान देते हैं। नाजुक कंधों पर भारी बस्तों का बोझ और सड़क पर गाड़ियों की कतार के बीच किसी तरह से निकलते हैं। इससे गुजरकर अपने अभिभावक, रिक्शे या ऑटो वाले तक पहुंचना इनके लिए किसी परीक्षा से कम नहीं है। लेकिन इन बच्चों की सुरक्षा की परवाह न ही स्कूल संचालकों को है और न ही प्रशासनिक अमले को। बर्डपुर मार्ग से लेकर उसका रोड तक की सड़क पर सुबह 6:30 बजे के पहले और शाम को चार बजे के बाद यातायात सामान्य आपाधापी मचती है कि बच्चों को लेने आने वाले उनके अभिभावक भी घबरा जाते हैं, लेन पर जहां आसानी से दाखिला नहीं मिलता। मगर बच्चों की सुरक्षा के मामले में ज्यादातर स्कूल प्रबंधन उतने ही लापरवाह दिखाई पड़ते हैं।
दोपहर दो बजे से 15 या 20 मिनट के अंतराल पर जैसे इन स्कूलों में छुट्टी की घंटियां बजती हैं, स्कूल के बाहर चार पहिया, दो पहिया वाहनों, ऑटो, रिक्शा आदि का ऐसा रेला लगता है कि बच्चों की सुरक्षा हाशिए पर आ जाती है। जिन बच्चों की अंगुलियां, अभिभावकों के हाथों में होती है, वे तो फिर भी थोड़ा सुरक्षित दिखाई पड़ते हैं, मगर जो बच्चे साइकिल या पैदल चलकर बर्डपुर मार्ग या दूसरी छोर पर उसका रोड के पास खड़े अपने ऑटो या छोटे-छोटे बच्चों के बिल्कुल पास से सटकर गुजरने वाले ये वाहन कभी भी हादसे का कारण बन सकते हैं। बृहस्पतिवार की दोपहर अमर उजाला ने पड़ताल की तो देखने को मिला कि 25 से 30 फीट चौड़ी इस सड़क पर दोनों तरफ से लोग चार व दो पहिया वाहन लेकर प्रवेश कर जाते हैं। जिन्हें बच्चों को नहीं लेना होता है वे भी दूसरे मार्ग का विकल्प होने के बाद भी इस मार्ग में मय वाहन प्रवेश करने से गुरेज नहीं करते दिखाई पड़े। कहीं-कहीं तो अभिभावक बीच रास्ते में ही दो पहिया वाहन खड़े कर बच्चों को स्कूल में लेने के लिए जाते हुए नजर आए तो वहीं, कुछ लोग स्कूलों के मुख्य द्वार के सामने ही चार पहिया वाहन खड़े कर अपने बच्चों को बैठाते नजर आए। केंद्रीय विद्यालय के सामने आधी सड़क तक अभिभावक खड़े दिखे, गेट खुला तो जाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।
ट्रैफिक पुलिस को रोकने के पर भी कर देते हैं अनदेखा
बर्डपुर मार्ग पर सिद्धार्थ तिराहा पर पुलिस बूथ है। यहां पर होमगार्ड के जवान और यातायात पुलिस मौजूद रहती है। लेकिन पुलिस बहुत सक्रिय नहीं दिखती है। आगे जीजीआईसी गली के पास से जहां से विद्यामंदिर, सिहेंश्वरी इंटर कॉलेज, जीजीआईसी और अन्य दो छोटे विद्यालय से एक साथ बड़ी संख्या में बच्चे निकले तो वाहनों की रफ्तार रुक जाती है। आगे बढ़कर होमगार्ड के जवान रोके तो उन्हें अनदेखा करके लोग चले जा रहे थे।
प्रशासन का भी नहीं है ध्यान
बर्डपुर मार्ग पर एक साथ तीन बड़े विद्यालय स्थित है। जहां पर लगभग एक साथ छुट्टी होती है। एक साथ छुट्टी होने से दो हजार से अधिक बच्चे एक साथ बाहर निकलते हैं। ऐसे में भीड़ बढ़ जाती है, इससे जहां से गली से गुजरना मुश्किल हो जाता है। वहीं एक साथ बर्डपुर मार्ग पर पहुंचने पर हादसा होने का डर बढ़ जाता है। कारण इस मार्ग पर बड़ी संख्या में वाहन बर्डपुर लुंबिनी ककरहवा के लिए निकलते हैं। जाम की स्थिति उत्पन्न होने के साथ ही खतरा बढ़ जाता है। प्रशासन की ओर से अगर छुट्टी के समय में बदलाव कर दिया जाए तो थोड़ी भीड़ कम हो जाएगी। ऐसा नगर में रहने वाले लोगों का कहना है।