सिद्धार्थनगर। एसएसबी 43वीं वाहिनी सीमा चौकी अलीगढ़वा और कपिलवस्तु कोतवाली की पुलिस की संयुक्त टीम के हाथ रविवार रात बड़ी सफलता लगी। सीमा पर स्थित पिलर संख्या 549/44 के पास से दो संदिग्ध नेपाली महिलाओं को पकड़ा। तलाशी में उनके कब्जे से आठ किलोग्राम चरस बरामद किया गया। पूछताछ के बाद कपिलवस्तु कोतवाली की पुलिस ने मादक पदार्थ की तस्करी सहित अन्य धारा में केस दर्ज किया। दोनों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
एसएसबी 43वीं वाहिनी के कमांडिंग अधिकारी आरके डोगरा ने बताया कि सीमा चौकी अलीगढ़वा को सूचना मिली कि सीमा स्तंभ संख्या 549/44 के पास अलिगढ़वा चेक पोस्ट के रास्ते चरस की तस्करी होने वाली है। सूचना मिलते ही टीम अलर्ट हो गई। उप निरीक्षक देशराज के नेतृत्व में चेक पोस्ट ड्यूटी पर तैनात मुख्य आरक्षी चितरंजन कुमार, आरक्षी एलएन राजू, अविनाश पासी, महिला आरक्षी रीमा और महिमा कुमारी स्वान दस्ते के साथ आरक्षी अतीक कुमार स्वान नाईली के साथ ही थाना कपिलवस्तुए उप निरीक्षक अशोक कुमार के साथ बताए हुए स्थान पर पहुंच गए। चेक पोस्ट के रास्ते हर आने-जाने वाले लोगों की गहन रूप से तलाशी शुरू हो गई। इसी बीच चेक पोस्ट पर तैनात जवानों ने देखा कि दो महिला नेपाल से भारत की तरफ आ रही हैं।
संदेह के आधार पर चेक पोस्ट ड्यूटी पर तैनात महिला जवानों ने महिलाओं को पूछताछ के लिए रोका गया तो वह महिलाएं मुडकर वापस जाने लगी। लेकिन महिला आरक्षियों ने उन्हें वापस जाने से रोक लिया। उनके वापस जाने का कारण पूछा गया तो हड़बड़ा गईं। कड़ाई से पूछताछ में उन्होंने अपने पास चरस होने की बात कही। महिला जवानों ने उनके सामान व उनकी तलाशी ली गई तो कमर में लपेटे 16 पैकेट चरस मिले। पूछताछ में करने पर उन्होंने अपना नाम मीना पुन मगर पत्नी भागी पुन मगर और यमी मगर भारती पत्नी बम बहादुर भारती निवासी सुनखोली वार्ड नंबर चार थाना लमही जिला दांग नेपाल बताया। मौके पर बरामद चरस का वजन किया गया तो कुल आठ किलो पाया गया। दोनों महिलाओं को आठ किलो चरस सहित उचित कागजी कार्रवाई के पश्चात पुलिस थाना कपिलवस्तु को सौंपा दिया गया।
इस संबंध में कपिलवस्तु कोतवाली ज्ञानेंद्र राय ने बताया कि चरस के साथ पकड़ी गई महिलाओं पर मदाक पदार्थ अधिनियम के तहत केस दर्ज किया। दोनों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
अलर्ट हैं जवान नियमित हो रही कार्रवाई
भारत-नेपाल सीमा पर होने वाली तस्करी और अन्य अपराधों की रोकथाम के लिए नाका, पेट्रोलिंग के माध्यम से निरंतर प्रयासरत है। जवान पूरी तरह से अलर्ट हैं। अवैध रूप से हो रही तस्करी के सामान को जब्त किया जा रहा है। लगातार कार्रवाई की जा रही है।