सिद्धार्थनगर। किसान दिवस में अधिकारियों के नहीं पहुंचने से नाराज किसानों ने आयोजन का बहिष्कार कर दिया और कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर विरोध जताया। किसानों का आरोप था कि बैठक में जब अधिकारी नहीं रहेंगे और समस्या का निदान नहीं होगा तो इसमें शामिल होने का कोई औचित्य नहीं है। उधर, जिला कृषि अधिकारी सीपी सिंह का कहना है कि बिजलीकर्मियों के कार्य बहिष्कार की वजह से वह नहीं पहुंच पाए।
विकास भवन के अंबेडकर सभागार में सुबह 11 बजे से आयोजित किसान दिवस में उप कृषि निदेशक अरविंद कुमार विश्वकर्मा की मौजूदगी में किसानों की समस्याओं की सुनवाई हो रही थी। इसमें बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय व पशु चिकित्सा अधिकारी ने विभागीय समस्याएं सुनीं। इसी बीच कुछ किसानों ने बिजली से संबंधित समस्या के निदान की मांग की। इस पर पता चला कि बिजली निगम का कोई अधिकारी अथवा कर्मचारी वहां मौजूद नहीं है।
इस पर किसानों ने नाराजगी जताने पर बिजली अधिकारी को फोन लगाकर पूछा गया तो उन्होंने हड़ताल पर होने का हवाला देते हुए किसान दिवस में आने से मना कर दिया। इससे नाराज किसानों ने दोपहर 12.30 बजे बहिष्कार करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
भाकियू (टिकैत गुट) जिलाध्यक्ष सूर्य प्रकाश सिंह, लक्ष्मण चौधरी का कहना है कि मौके पर अधिकारियों के नहीं होने के कारण समस्याओं का निदान नहीं हो रहा है। उन्होंने अनुपस्थित विभागीय अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की।
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बिजली कनेक्शन को मांग रहे 11 हजार
कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर रहे किसान लवकुश यादव, मो. सादिक व मुनीब खान का कहना है कि डुमरियागंज में एक पशु आहार प्लांट लगाने को बिजली कनेक्शन के लिए संबंधित अधिकारी व कर्मचारी दौड़ाते रहे। इस बीच एक कर्मचारी ने 11 हजार रुपये मांगे तो दूसरे ने कहा कि छह हजार रुपये में कार्य करा देंगे। उन्होंने मामले की जांचकर दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की।