सिद्धार्थनगर। माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज के संयुक्त जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में खून के अभाव में मरीजों को रेफर करना पड़ रहा है। दो माह से ऐसी स्थिति है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ब्लड बैंक में खून की मात्रा पर्याप्त करने के लिए सार्थक पहल नहीं कर रहे हैं। नियम के अनुसार ब्लड बैंक में बीस यूनिट खून सुरक्षित रखना चाहिए।
संयुक्त जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में बी पॉजिटिव ग्रुप का खून नहीं होने के कारण बुधवार रात में एक महिला मरीज को रेफर करना पड़ा। पांच माह से गर्भवती महिला के शरीर में अधिक रक्तस्राव हो गया था। मरीज के साथ पहुंचे परिजन रक्तदान के लिए तैयार थे, लेकिन बी पॉजिटिव ग्रुप का खून ब्लड बैंक में उपलब्ध नहीं था, इस कारण आदान प्रदान की प्रक्रिया में मरीज के लिए खून नहीं मिल पाया। उसके एक करीबी ने भी रक्तदान के लिए जांच कराई तो उसकी रिपोर्ट एचआईवी पॉजिटिव निकली।
उधर, ब्लड बैंक में बृहस्पतिवार को डुमरियागंज के फुजैल अहमद और प्रदीप मिश्रा ने रक्तदान किया। फुजैल का ग्रुप बी पॉजिटिव है, जबकि प्रदीप मिश्रा का ग्रुप ओ पॉजिटिव है। लैब टेक्नीशियन उमेश पांडेय ने बताया कि दोनों रक्तदाताओं के खून को एक-एक मरीज को चढ़ाया गया। फुजैल ने रक्तदान किया तो बच्चेदानी के ऑपरेशन के लिए भर्ती महिला का ऑपरेशन हुआ, जबकि यह ऑपरेशन टलने वाला था।
सीएमओ डॉ. बीके अग्रवाल ने मौके पर पहुंचकर रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र देकर उत्साहित किया। इस मौके पर सीएमओ ने कहा कि ब्लड बैंक में खून की मात्रा बढ़ाने के लिए रक्तदान शिविर लगाया जाएगा।
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रक्तदान के लिए पहुंंचा शख्स निकला एचआईवी पाजिटिव
संयुक्त जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में बी पॉजिटिव ग्रुप का खून नहीं होने के कारण बुधवार रात आई महिला मरीज का एक करीबी रक्तदान के लिए तैयार हुआ। उसने रक्तदान के लिए जांच कराई तो उसकी रिपोर्ट एचआईवी पॉजिटिव निकली। इसके बाद एचआईवी पॉजिटिव रिपोर्ट वाले व्यक्त को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया।