सिद्धार्थनगर। जिलाधिकारी संजीव रंजन सोमवार सुबह 10.02 बजे बीएसए कार्यालय में निरीक्षण करने पहुंचे तो अधिकारी, कर्मचारी नदारद थे। कई अव्यवस्थाएं भी मिलीं। उपस्थिति पंजिका के अनुसार सात कर्मचारी अनुपस्थित थे। जबकि बीएसए देवेंद्र पांडेय, लेखाधिकारी नीलोत्पल चौबे और डीसी निर्माण रीतेश श्रीवास्तव भी कार्यालय में मौजूद नहीं थे।
जिलाधिकारी ने सात कर्मियों के अनुपस्थित मिलने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कार्यालय में एक घंटे से अधिक समय तक जांच की। आवंटित धनराशि के सापेक्ष हुए व्यय, विभिन्न विद्यालयों में कराए जा रहे निर्माण कार्यों की स्थिति व अध्यापकों पर हुई कार्रवाई के बारे में क्या स्थिति है, इन सभी बिंदुओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने यूडायस पोर्टल और शारदा पोर्टल पर फीडिंग के बारे में भी जानकारी ली।
निरीक्षण में पत्रावलियों के रखरखाव के साथ ही साफ-सफाई व्यवस्था ठीक नहीं मिली। विभागीय सूत्रों के अनुसार जिलाधिकारी ने फर्जी शिक्षकों एवं मान्यता के मामले में पत्रावलियों की भी जांच की।
अनुपस्थित होने वालों में वरिष्ठ सहायक जय प्रकाश शुक्ल, लेखाकार स्वप्लिन श्रीवास्तव, एमआईएस इंचार्ज अमित पांडेय, सहायक लेखाकार शैलेंद्र यादव, परिचायक राम प्यारे व अखिल कुमार, वाहन चालक महेंद्र पांडेय शामिल हैं। डीएम ने बीएसए को सभी से जवाब तलब करने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर जिला समन्वयक सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, लिपिक मिथिलेश सिंह मौजूद थे, जबकि जिलाधिकारी के निरीक्षण की खबर पर अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारी जल्दीबाजी में कार्यालय पहुंचे।