जिले में दो दिन से बारिश का मौसम बना हुआ है। नेपाल की तराई में एक दिन पहले रविवार की रात में कहीं कहीं हल्की बारिश और रिमझिम फुहारे पड़ी। सोमवार सुबह बादल छाए तो सूरज ढक गया और दिन में धूप नहीं हुई। दोपहर 3.30 बजे आसमान में घने बादल छा गए। इटवा और बांसी क्षेत्र में हल्की बारिश हुई, जबकि शहर में रिमझिम फुहारे पड़ने से मौसम का मिजाज बदल गया। तीन दिन पहले तक गर्मी और उमस से परेशानी महसूस करने वालों को नम मौसम का अहसास हुआ। अधिकतम तापमान में करीब 4-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। वहीं अधिकतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि इटवा के कृषि विज्ञान केंद्र सोहना में 7.50 मिमी और बांसी में 7.50 मिमी बारिश दर्ज की गई। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण बारिश हो रही है। मंगलवार को भी बारिश हो सकती है।
गेहूं, सरसों, मटर और आलू को अधिक नुकसान
बिस्कोहर प्रतिनिधि के अनुसार, नगर पंचायत बिस्कोहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सोमवार दोपहर हल्की बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसानों के अनुसार, बारिश होने की दशा में पक चुके गेहूं के साथ मटर और सरसों की फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका है। परेशान किसान पूरे दिन आसमान की ओर बादलों का रुख देखते रहे। क्षेत्र में सरसों और मटर की फसल 70 तो गेहूं की फसल लगभग 50 फीसदी पककर तैयार हैं। देरी से बोए आलू की खुदाई का कार्य शुरू हो चुका है।