सिद्धार्थनगर। प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शहर के हुसैनगंज में बुधवार को अवैध रूप से संचालित मरिया हॉस्पिटल को सील कर दिया। निजी अस्पताल, अल्ट्रासाउंड मशीन, पैथोलॉजी एवं मेडिकल स्टोर सहित कंप्यूटर डायरी भी सील की गई है
बीयूएमएस डिग्री धारक अस्पताल संचालक मौजूद थे, लेकिन मौके पर कोई डॉक्टर नहीं मिला। यहां अप्रशिक्षित युवक ने 22 मरीजों की अल्ट्रासाउंड जांच की थी, जबकि मेडिकल स्टोर में भारी मात्रा में गर्भपात सहित अन्य दवाएं एक्यपायर मिली।
एसडीएम डॉ. ललित कुमार मिश्र ने डिप्टी सीएमओ डॉ. एमएम त्रिपाठी, ड्रग इंस्पेक्टर नवीन कुमार एवं चौकी इंचार्ज महेश शमा के साथ मरिया हॉस्पिटल में छापा मारा। अस्पताल में एलोपैथी के कोई डॉक्टर नहीं मिले। अस्पताल में पित्त की थैली और सिजेरियन डिलीवरी के ऑपरेशन के दो मरीज भर्ती थे, उन्हें एंबुलेंस के माध्यम से माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में जिला अस्पताल में शिफ्ट कराया गया।
इस अस्पताल में अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी एवं मेडिकल स्टोर का लाइसेंस भी नहीं था। जांच में पता चला कि बुधवार को दिन में 22 मरीजों की अल्ट्रासाउंड जांच की गई है। अस्पताल संचालक मेराज अहमद ने बताया कि महराजगंज के रहमान ने अल्ट्रासाउंड जांच की है, लेकिन उससे बात नहीं हो सकी। मेडिकल स्टोर में गर्भपात की दवा लियोनार्जस्टिल, हार्माेन के इंजेक्शन व कफ सिरप मिले, ये दवाएं एक्सपायर थी। बिना लाइसेंस के पैथोलॉजी में भी जांच हुई थी।
बिना लाइसेंस के संचालित मारिया हॉस्पिटल में अवैध रूप से ऑपरेशन किए गए थे। अवैध रूप पैथोलॉजी, मेडिकल स्टोर व अल्ट्रासाउंड जांच करने का काम हो रहा था। आशंका है कि अस्पताल में गर्भपात करने का अवैध काम भी हुआ होगा। इस अस्पताल में कदम कदम पर अनियमितता मिली, जिसमें कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है।