सिद्धार्थनगर। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के 600 अधिकारियों कर्मचारियों ने बुधवार को कार्य बहिष्कार किया। पहले दिन ही शहरी क्षेत्र और डुमरियागंज क्षेत्र के फीडर से आपूर्ति बाधित हुई। घंटों बिजली गुल होने से मोबाइल डिस्चार्ज हो गए। कुछ लोगों के घरों में लगे इन्वर्टर भी जवाब दे गए। बिजली अधिकारियों-कर्मचारियों के सीयूजी फोन जमा कर दिए हैं। इससे फाल्ट की सूचना देने में लोगों को परेशानी हुई। दोपहर बाद जिले के 32 विद्युत उपकेंद्रों पर आईटीआई छात्रों के भरोसे आपूर्ति शुरू की गई।
बिजली विभाग के 200 विभागीय और 400 कुशल व अकुशल श्रमिकों ने कार्य बहिष्कार किया है। सभी लाइनमैन अधिशासी अभियंता कार्यालय के सामने धरना पर बैठ गए तो जहां तकनीकी खराबी हुई, वहां आपूर्ति बंद होती गई। प्रशासन ने कंट्रोल रूम बना दिया है ताकि लोग बिजली संबंधी समस्याओं को बता सके। आपूर्ति बहाल रखने के लिए राजस्व अधिकारियों, लेखपालों व आईटीआई छात्रों को लगाया गया है। हालांकि, प्रशासन ने चेतावनी दी है कि बिजली के अधिकारी कर्मचारी मुख्यालय न छोड़ें। इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एस्मा के अंतर्गत कार्रवाई की जा सकती है। वहीं कहीं भी तोड़ फोड़ व उपद्रव करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बिजली के कारण हुई पानी की दिक्कत
सिद्धार्थनगर। जोगिया फीडर के अंतर्गत बुधवार दोपहर 2.35 बजे शहर के मधुकरपुर, बसडिलिया, जगदीशपुर खुर्द, मुड़िला, सरोजिनी नगर, कांशीराम आवास की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। तकनीकी खराबी आई,उसके बाद रात में भी आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी। मुड़िला के राजेश कुमार ने कहा कि बिजली कटने के कारण सुबह मोटर पंप नहीं चलेगा तो पानी की टंकी खाली जाएगी।
डुमरियागंज में ठप हो गई आपूर्ति
डुमरियागंज। बिजली कर्मियों के कार्य बहिष्कार के कारण बुधवार दोपहर 12 बजे तहसील क्षेत्र के सभी पॉवर हाउस से विद्युत आपूर्ति बंद हो गई। रीवा, तिलगड़ीया और डुमरियागंज ग्रामीण क्षेत्र के विद्युत उपकेंद्र की आपूर्ति दोपहर 11 बजे बंद हो गई। घरों पर लगी पानी की टंकी खाली हो गई। 6 घंटे से सप्लाई न मिलने से इन्वर्टर बंद हो गए। पंखे नहीं चलने से लोगों को परेशानी हुई।
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अब शुरू हुई हड़ताल
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले अधिकारियों-कर्मचारियों ने धरना सभा की। अध्यक्ष विश्व विजय वर्मा ने कहा कि बीते 13 दिसंबर को उर्जा मंत्री एके शर्मा और बिजली संगठन के बीच हुए समझौते का पालन नहीं होने के विरोध में बुधवार को कार्य बहिष्कार शुरू हुआ, जबकि बुधवार रात से ही हड़ताल शुरू हो जाएगी। इस दौरान विद्युत आपूर्ति के मामले में विभागीय अधिकारियों-कर्मचाारियों की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। निविदा कर्मियों को बहाल करने सहित 13 मांगों को पूरी करने के लिए हड़ताल करनी पड़ी।
इस मौके पर एसडीओ दीपक सिंह, जेई यादवेश राय, वेदव्यास चतुर्वेदी, सुमित शुक्ल, जहीर अब्बास अंसारी आदि मौजूद थे।