सिद्धार्थनगर। ऊर्जा मंत्री से हुए समझौते पर अमल नहीं होने से नाराज बिजली कर्मियों ने मंगलवार शाम मशाल जुलूस निकाल कर विरोध जताया। संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बिजली कर्मियों ने शहर के हाईडिल तिराहे से सिद्धार्थ तिराहे तक प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की।
बिजली कर्मियों का कहना है कि अभी तो यह चेतावनी है। अगर ऊर्जा मंत्री से हुए समझौते को लागू नहीं किया जाएगा तो बड़े पैमाने पर आंदोलन होगा। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने ऊर्जा निगमों में टकराव को टालने के लिए मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की।
संघर्ष समिति के जिला संयोजक दीपक सिंह ने कहा कि ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार अवनीश अवस्थी के साथ तीन दिसंबर 2022 को हुए लिखित समझौते का क्रियान्वयन न होने से बिजली कर्मियों में नाराजगी है। उन्होंने आरोप लगाया कि समझौते के क्रियान्वयन में सबसे बड़ी बाधा ऊर्जा निगम के अध्यक्ष का हठधर्मी रवैया हैं, जो इस समझौते को मानने से इनकार कर रहे हैं।
इस मौके पर विश्व विजय, रामकुमार कुशवाहा, मनीष श्रीवास्तव, व्यास चतुर्वेदी, रामजी मिश्रा, संजय श्रीवास्तव, यादवेश राय, संदीप कुमार, रमाकांत चौधरी, दीनानाथ वर्मा, गणेश मिश्रा मौजूद रहे।
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बिजली कर्मी करेंगे सामूहिक कार्य बहिष्कार
बिजली कर्मियों ने चेतावनी दी है कि यदि ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते का क्रियान्वयन सुनिश्चित न किया गया तो 15 मार्च को संपूर्ण कार्य बहिष्कार करेंगे। 16 मार्च रात 10 बजे से बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजिनियर, अभियंता, तकनीकी संवर्ग, बाबू संवर्ग एवं निविदा संविदा कर्मी 72 घंटे की हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे।