सिद्धार्थनगर। जिले में शुक्रवार को बर्डपुर, मिश्रौलिया सहित कई क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई। इसके साथ सुबह से शाम तक बादल छाए रहे और तापमान में गिरावट होने से मौसम बदल गया। गर्मी कम होने से लोगों को राहत मिली, लेकिन बारिश से फसलों को नुकसान की चिंता बनी रही।
मौसम विभाग के रिकॉर्ड में शुक्रवार को बारिश दर्ज नहीं हुई, लेकिन बारिश से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गईं। पूर्वानुमान के मुताबिक, आगामी 48 घंटे के दौरान कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। बारिश अधिक हुई तो फसलों को काफी नुकसान पहुंच सकता है। इस कारण दलहनी और तिलहनी फसलों को काटकर सुरक्षित करने की कोशिश में भी हैं। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 27.1 और न्यूनतम तापमान 18.9 डिग्री सेल्सियस रहा।
बूंदाबांदी के बीच शाम को ठंडी हवाएं चली तो मौसम सुहाना हो गया। राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी के अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश की आशंका है। इसके बाद 20 मार्च को भी दूसरे पश्चिमी विक्षोभ से फिर बारिश की आशंका होगी।
कृषि विज्ञान केंद्र सोहना के कृषि वैज्ञानिक डा.मार्कंडेय सिंह ने बताया कि किसानों को चाहिए कि वे दलहनी व तिलहनी फसलों को बारिश से पूर्व काटकर खलिहान में रख दें, भले ही वह थोड़ी हरी हो। खेत में खड़ी मटर व सरसों की फसलों पर बारिश का पानी पड़ने व बाद में धूप होने पर फलियां फट जाती हैं, जिससे दाना खेतों में छिटक जाता है। गेहूं की बालियों के दाने अभी भर रहे हैं। ऐसे में बारिश होने फर गेहूं के दाने हल्के हो जाएगे और उपज कम होगी। अधिक बारिश हुई तो फसल गिर जाएगी, ज्यादा नुकसान होगा।