शिक्षकों का कहना था कि पहला दिन और बारिश होने के कारण बच्चे कम आए। परिषदीय विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद सोमवार को 44 दिन बाद विद्यालय खुले। छात्रों की उपस्थिति के संबंध में कई विद्यालयों की पड़ताल की गई तो हकीकत सामने आई। जिसमें न तो बच्चे विद्यालय आने के लिए उत्सुक दिखे और न ही अभिभावक। जिले में 2600 से अधिक प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं। लंबे इंतजार के विद्यालय खुल गया। अधिकांश विद्यालयों में शिक्षक तो पहुंच गए थे, लेकिन उन्हें बच्चों का इंतजार करना पड़ा।
विद्यालयों की पड़ताल की गई तो सुबह 8:30 प्राथमिक विद्यालय छितौनी विद्यालय परिसर में पानी भरा हुआ मिला। बच्चे कीचड़ में आने जाने को विवश दिखे। विद्यालय में कुल छात्र संख्या 81 है। जिसमें 19 बच्चे उपस्थित मिले। वहीं सुबह नौ बजे प्राथमिक विद्यालय चैारी खुर्द पहुंचे। यहां विद्यालय परिसर में पानी भरा हुआ मिला।
सुबह 9:15 पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरा दोयम एक विद्यालय पर कुल 45 छात्र पंजीकृत हैं। जिसमें 10 छात्र उपस्थित मिले। सुबह 10 बजे कंपोजिट विद्यालय घोसियारी इस विद्यालय पर कुल 308 छात्र पंजीकृत हैं और 65 छात्र उपस्थित मिले। पूर्व माध्यमिक विद्यालय पाला में कुल 161 पंजीकृत हैं। जिसमें नौ छात्र उपस्थित मिले। प्राथमिक विद्यालय बटुलहा एक विद्यालय पर कुल 61 छात्र पंजीकृत हैं जिसमें तीन उपस्थित मिले। इसी प्रकार जोगिया, नौगढ़, शोहरतगढ़, बढ़ऩी सहित अन्य ब्लॉक के प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में पहले दिन उपस्थिति रही। बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि सभी शिक्षकों को निर्देश दिए गथथे कि विद्यालय पर उपस्थित रहें। पहला दिन था, इसलिए बच्चे कम आए।