सिद्धार्थनगर। बेसिक शिक्षा विभाग में हुए अंतरजनदीय स्थानांतरण के मामले में दूसरी बार हुई जांच में 12 अन्य शिक्षकों के स्थानांतरण का रास्ता साफ हो गया। ये शिक्षक दो जुलाई को अपात्र साबित हुए थे, जबकि पांच जुलाई को पात्र पाए गए। उनके स्थानांतरण का आदेश हो गया है।
बेसिक शिक्षा में जारी की गई पहली सूची में 601 शिक्षक शिक्षिकाओं नाम आया था। उसके बाद भारांक को लेकर आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गए और इस मामले में शिक्षक संगठन के सोशल मीडिया में फर्जी दस्तावेज के आधार पर स्थानांतरण पाने वाले शिक्षकों की सूची भी वायरल होने लगी थी। उसके बाद उत्तर प्रदेश शासन ने सभी जिलों में जांच का आदेश दे दिया।
जांच समिति ने दो जुलाई को आवेदन पत्राें के साथ लगे दस्तावेजों की जांच की। उनमें 55 लोगों को अपात्र पाया गया। इन 55 में कुछ शिक्षकों को न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए रोका गया, जबकि कुछ लोगों ने गलत तरीके से अधिक भारांक प्राप्त किया था। अब उसी जांच समिति ने पांच जुलाई को 55 में से 12 शिक्षकों के स्थानांतरण का आदेश जारी कर दिया। इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि जो शिक्षक पात्र थे, उनके स्थानांतरण का आदेश जारी किया गया है।