सिद्धार्थनगर। एसओजी और मोहाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने बुधवार सुबह क्षेत्र के सिकरी चौराहे के पास से ट्रक चोरी करके बेचने वाले गिरोह के छह सदस्यों को दबोच लिया। उनके कब्जे से एक ट्रक, चोरी के तीन ट्रकों के इंजन और पार्ट्स बरामद किए गए। इसके साथ सवा दो लाख रुपये भी बरामद हुए हैं। पूछताछ करने के बाद उन्हें न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस लाइंस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसपी अमित कुमार आनंद ने यह जानकारी दी।
एसपी ने बताया कि जिले के चार थाना क्षेत्रों में हुई चार ट्रक चोरी के मामले का पर्दाफाश करने के लिए एसओजी टीम के अलावा जिले के सभी थानों को अलर्ट किया गया था। बुधवार सुबह एसओजी प्रभारी शेषनाथ यादव को सूचना मिली की ट्रक चोरी करने वाला गिरोह महराजगंज से आने वाला है। सूचना का संज्ञान में लेते हुए एसओ मोहाना जीवन त्रिपाठी के साथ संयुक्त टीम बनाई गई। सिकरी चौराहे पर टीम लग गई। इसी बीच एक ट्रक और डीसीएम से कुछ लोग आते हुए दिखे। रोककर कागज मांगा गया तो हड़बड़ा गए। कुछ दूरी पर खड़े मुखबिर ने इशारा किया कि ये वही लोग हैं। इसके बाद कड़ाई से पूछताछ की गई तो पता चला कि यह वही ट्रक है जो डुमरियागंज कस्बे से चोरी किया गया था। साथ ही डीसीएम को आरोपी लेकर चलते हैं। पकड़ी गई डीसीएम से मोहाना और इटवा क्षेत्र के चोरी हुई ट्रक के इंजन और पुर्जे मिले। जबकि पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर महाराजगंज जनपद के सोनौली स्थित एक कबाड़ी के यहां से जोगिया कोतवाली क्षेत्र के चोरी हुए ट्रक के पार्ट, टायर आदि बरामद किए गए।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान इकबाल, मुकीम निवासी ग्राम कोटवा थौरी, थाना मुसाफिरखाना जनपद अमेठी, विनोद गुप्ता निवासी ग्राम सराय बगहा थाना हलियापुर जनपद सुल्तानपुर, मो. कयूम निवासी ग्राम पालनपुर थाना जगदीशपुर जनपद अमेठी, मो. शफीक, शहजाद निवासी कुनसेरवा थाना सोनौली जनपद महराजगंज बताया। इनके कब्जे से सवा दो लाख रुपये बरामद हुआ है। जो इटवा से चोरी हुए ट्रक के पार्ट बेचने पर मिला था। पूछताछ के बाद सभी को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
विशेष चाबी से खोलते थे, दो दिन में कट जाता था ट्रक
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उनका एक गिरोह है। ये विभिन्न जिलों में अपने डीसीएम से जाकर रेकी करते हैं। रेकी के बाद सूनसान जगहों पर खड़े ट्रकों को एक विशेष प्रकार की चाबी से खोलकर चोरी कर भाग जाते हैं। ऐसे रास्तों का प्रयोग करते हैं जिस पर टोल प्लाजा न पड़े। बताया कि गिरोह ने काफी सोच समझकर दूर के जिले सिद्धार्थनगर को चुना था। जिससे पुलिस न पहुंच पाए। चोरी किए गए ट्रकों को मो. कयूम कबाड़ी की दुकान पर बेच देते हैं। जिसे दो दिन के अंदर काटकर अलग-अलग कर बेच देते हैं। ट्रकों के कुछ ऐसे पार्ट्स जो नंबरी होते हैं, जिन्हे बेचने पर पकड़े जाने का डर रहता है। उन्हें मो. शफीक कबाड़ी की मदद से नेपाल में ले जाकर बेच देते हैं। बरामद ट्रक के संबंध में पूछताछ करने पर बताया कि यह ट्रक नया था इसलिए दूसरे रंग में रंगकर नंबर प्लेट बदलकर ऊंचे दाम पर नेपाल के एक व्यापारी को बेचने के लिए ले जा रहे थे, तभी पकड़ लिया गया।
पकड़ने वाली टीम को मिला इनाम
ट्रक चोरी करने वाले गिरोह को पकड़ने वाली टीम के सदस्य एसओ मोहाना जीवन त्रिपाठी, एसओजी प्रभारी शेषनाथ यादव, सर्विलांस सेल प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह, आरक्षी पवन तिवारी, रमेश यादव, अवनीश सिंह, वीरेंद्र तिवारी, मृत्युंजय कुशवाहा, राजीव शुल्क को पुलिस अधीक्षक ने 25 हजार रुपये इनाम दिया है।