सिद्धार्थनगर। जिले में अच्छे होटलों की कमी के कारण विदेशी-और देसी पर्यटक रात रुके बिना ही नेपाल के लिए रवाना हो जाते हैं। जिससे भगवान बुद्ध की क्रीड़ास्थली को पर्यटन का हब बनाने के सपने को झटका लग रहा है। करीब हर माह आने वाले 2000 पर्यटक एक रात भी जिले में रुकें तो यहां के सामाजिक और आर्थिक विकास में तेजी आ सकती है। लेकिन जिस रफ्तार से जनपद में पर्यटन का विकास हो रहा है, उससे तीन साल तक पर्यटकों को जनपद में अच्छे होटलों की सुविधा मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
जिले में हुए इन्वेस्टर्स समिट में अब तक 22 उद्यमियों ने होटल एवं रेस्टोरेंट में 82 करोड़ रुपये निवेश का अनुबंध किया है, लेकिन सिर्फ तीन लोगों ने ही काम शुरू कराया है। इनमें वे ही लोग हैं, जिनके होटल पहले से ही संचालित हो रहे हैं। वहीं नए उद्यमियों के लिए जमीन की तलाश बड़ी चुनौती है। पांच करोड़ रुपये से होटल कारोबार में कदम बढ़ाने वाले अबरार अहमद का कहना है कि जमीन के अभाव में उन्होंने प्रोजेक्ट निरस्त कर दिया है। इसी प्रकार किसी उद्यमी के कृषि भूमि को व्यावसायिक करने का काम अधूरा है तो किसी को बैंक लोन का इंतजार है।
कपिलवस्तु से नेपाल चले जाते हैं पर्यटक
शहर के 12 होटल व्यवसायियों ने पर्यटन विभाग से लाइसेंस प्राप्त किया है। महात्मा बुद्ध की क्रीड़ास्थली के आसपास एक भी होटल नहीं हैं, जबकि हर माह करीब 50 विदेशी और दो हजार से अधिक देशी पर्यटक आते हैं। वे बौद्ध स्तूप पर साधना करने के बाद नेपाल के लुंबिनी चले जाते हैं, क्योंकि लुंबिनी एवं आसपास के क्षेत्रों में अच्छी गुणवत्ता वाले होटल हैं। शहर में एक भी होटल ऐसा नहीं है, जिसके संचालक रेटिंग के लिए आवेदन करें। संभावना है कि नए प्रोजेक्ट पूरे होंगे तो शहर में भी थ्री स्टार होटल उपलब्ध हो जाएंगे। वर्तमान समय में ऐसी स्थिति है कि शहर के होटलों में पर्याप्त संख्या में एसी कमरे की सुविधा नहीं मिल पाती है। हालांकि, इधर होटलों में सुविधाएं बढ़ाने काम शुरू हुआ है।
बोले कारोबारी
होटल व्यवसाय में सात करोड़ निवेश का अनुबंध किया है। चुनाव बाद जमीन का सीमांकन होगा, उसके बाद काम होटल एंड रिजार्ट का काम शुरू होगा। जब ये काम हो जाएगा तो थ्री स्टार की रेटिंग मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा।
– शुभम श्रीवास्तव
भीमापार ओवरब्रिज के पास तीन करोड़ रुपये से होटल बनाने का काम शुरू किया है। कृषि भूमि को व्यवसायिक भूमि के रूप में दर्ज कराने के प्रयास में हूं। उसके बाद बैंक में लोन के लिए आवेदन करूंगा।
– विवेक यादव
होटल एवं लॉन के प्रोजेक्ट में दस करोड़ रुपये निवेश करने का अनुबंध किया है। ये प्रोजेक्ट पूरा होगा तो मेरा होटल थ्री स्टार श्रेणी में आ जाएगा। लॉन की गुणवत्ता भी बहुत बेहतर होगी।