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Siddharthnagar News: बांस बल्ली के सहारे हो रही बिजली आपूर्ति, हादसे का डर

सकारपार। बांसी के पटखौली बिजली उपकेंद्र के अंतर्गत हसवापार गांव में बिजली की आपूर्ति बांस-बल्ली के सहारे हो रही है, जिसके कारण अक्सर लोकल फॉल्ट की समस्या उत्पन्न होती रहती है। साथ ही आए दिन तार टूटने से आपूर्ति बाधित होती रहती है। साथ ही स्थानीय लोग हादसे की आशंका के बीच जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

मिठवल ब्लॉक क्षेत्र के हसवापार गांव की आबादी लगभग एक हजार के करीब है। यहां दो सौ से अधिक बिजली के कनेक्शन है। मुख्य मार्ग को छोड़कर गांव के अंदर की बिजली व्यवस्था लकड़ी के पोल के सहारे चल रही है। हसवापार मुख्य मार्ग से गांव में जाने वाले मार्ग पर रामवृक्ष के घर के सामने लगे बिजली के पोल से 15-20 की संख्या में केबल गांव में जा रहे हैं, जो गांव में आने वाले मुख्य मार्ग पर बहुत नीचे लटके हुए पीपल के हरे पेड़ में लपेट कर आगे छत में लगे लोहे की कुंडी के सहारे कई घरों तक बिजली पहुंच रही है। केबल कट जाने के कारण हरे पेड़ों एवं छतों पर में बिजली उतरने की आशंका बनी रहती है। गांव के ही जग्गू प्रसाद ने बताया कई बार पशुओं के रगड़ने से बांस का पोल टूट जाता है, जिससे कई दिनों तक बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। मुक्ति नाथ ने बताया कई बार बंदरों के कूदने से लकड़ी की बल्ली टूट जाती है।

गांव के सुखारी, बन्सु, उदयराज, शंकर ,संतराम ,बाबूलाल ,रामसागर, रजाई ,मक्खन ,जगदेव,बचन, सावन, आदि ने जल्द विभाग से गांव में बिजली के पोल गड़वाकर कर केबल दौड़ाने की मांग की है। इस संबंध में विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता बांसी सर्वेश कुमार सिंह का कहना है कि कनेक्शन लेते समय उपभोक्ता को बिजली के पोल का शुल्क जमा करना होता है। जिसने बांस बल्ली से कनेक्शन ले रखा है उनके लिए अभी कोई स्कीम नहीं है। जब स्कीम आएगी तो पोल लगाए जाएंगे।