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Siddharthnagar News: राहत की बारिश से दूर हुई आफत, खिल गए लोगों के चेहरे

सिद्धार्थनगर। लंबे इंतजार के बाद मंगलवार को लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली। पिछले एक सप्ताह से जनपद में चल रही लू से लोग बढ़ी संख्या में बीमार पड़ रहे थे। जून में पहली बार बारिश हुई तो करीब आठ दिन से लू की मार झेल रहे लोगों के चेहरे खिल गए। दोपहर में सन्नाटे की चादर ओढ़ी रहने वाले बाजारों में दिन भर रौनक रही, जबकि शाम को खुशनुमा मौसम में पार्कों भी लोग आनंद का अनुभव करते दिखे।

बारिश से गर्मी से पूरी तरह तो राहत नहीं मिली, लेकिन लू का असर समाप्त हो गया। अधिकतम तापमान में पांच डिग्री गिरावट आई। मंगलवार को अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि एक दिन पहले अधिकतम तापमान 43.4 और न्यूनतम तापनान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वैसे तो सोमवार रात से ही हवा तेज हो गई थी, लेकिन बारिश हुई तो तापमान गिरने से बड़ी राहत मिली।

पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण बारिश हुई है। सुबह ही आसमान में घने बादल छा गए और गर्मी से उबालने वाले मौसम के बाद ठंडी हवाएं चलीं तो हर कोई राहत महसूस कर रहा था। ठीक 8 बजे झमाझम बारिश शुरू हाे गई, हालांकि कुछ देर बाद ही रिमझिम फुहारे पड़ने लगीं। शहर में 26.5 मिमी और कृषि विज्ञान केंद्र सोहना में 44 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। हवा की दिशा पछुआ से बदलकर पुरुवा हो गई है। हवा की औसत रफ्तार 15 से 20 किमी प्रति घंटा रही। दोपहर बाद भी बादल छाए रहे। गर्मी कम हुई, लेकिन शाम को उमस रही। फिर भी लोगों ने सुकून महसूस किया। जबकि बंगाल की खाड़ी ओर से आ रही नमी भरी पूर्वा हवा से भी बादल रहेंगे।
मानसून की दस्तक की संभावना
राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्री मानसून की बारिश हुई है। बुधवार को भी बादल बारिश का मौसम रहने का पूर्वानुमान है। दो-तीन दिन तक मानसून को पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने और कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल है।

रात में हुई थी दो मरीजाें की मौत, अब मिली राहत
सिद्धार्थनगर। करीब 44 डिग्री सेल्सियस तापमान में सोमवार रात तक अधिक लोगों के बीमार होने का सिलसिला जारी रहा। माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में सोमवार रात में दो मरीजों की मौत हुई। हालांकि, मंगलवार को बारिश के बाद ओपीडी में मरीजों की संख्या कुछ कम हो गई। सोमवार की रात 9.15 बजे बांसी कोतवाली क्षेत्र के अकबर नगर मोहल्ला की रहने वाली हाजरा खातून (65) पत्नी मोहम्मद रऊफ खान की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह हाई ब्लड प्रेशर व बुखार से पीडि़त थीं। दूसरी मौत रात 1:05 बजे हुई। कपिलवस्तु कोतवाली क्षेत्र के भटौली गांव निवासी चिनगुद पांडेय (99) पुत्र वासुदेव जिला अस्पताल पहुंचे तो अचेत अवस्था में थे। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मंगलवार सुबह से ही जिला अस्पताल में मरीजों का रेला देखने को मिला। 987 मरीज ओपीडी में डॉक्टरों को दिखाने के लिए पहुंचे थे। इसमें से अधिकांश मौसमी बीमारियों से ग्रसित थे। उल्टी-दस्त, बुखार, पेट दर्द, सर्दी-जुकाम आदि से पीडि़त रहे। अब तक तेज लू व भीषण गर्मी की चपेट में आने से लोग बीमार पड़ रहे थे, जिसमें अब कमी आने की संभावना है।
सड़कों पर हुआ कीचड़
बारिश के कारण गड्ढे वाली सड़कों में कीचड़ बन गया। पहली बारिश में भी मंडी मार्ग पर पानी बहने लगा, हालांकि, बारिश थमते ही श्रमिकों ने इस सड़क को बनाने का काम तेज कर दिया। इसी प्रकार के शहर के खजुरिया रोड पर भी सड़क पर कीचड़ से परेशानी हुई। नेशनल हाइवे शोहरतगढ़ से सिद्धार्थनगर व सिद्धार्थनगर से उसका के गड्ढों में भी पानी भर गया था। हालांकि, धरती इतनी प्यासी थी कि पहली बारिश का पानी सोखने में देर नहीं लग रही थी।

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