सिद्धार्थनगर। खेसरहा थाना क्षेत्र के बसडिला गांव निवासी कुसुम हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। कातिल कोई और नहीं, बल्कि मृतका की भाभी ही निकली। उसने इस बात पर ईंट से वार करके मार डाला कि ननद ने कहा कि मुंबई में तुम्हारा पति और बीमारी बेटा मर जाए। भाभी को ननद की बात इतनी अखर गई कि उसे मौत के घाट उतार दिया। एसओजी और खेसरहा पुलिस ने शुक्रवार सुबह गांव से ही आरोपी भाभी को दबोच लिया।
पूछताछ करने के बार आरोपी को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसपी अमित कुमार आनंद ने यह जानकारी दी। एसपी ने बताया कि खेसरहा थाना क्षेत्र के निहठा गांव के पास स्थित पुलिया के नीचे दो मई को एक महिला की लाश मिली थी। सिर के अगले हिस्से और चेहरे पर ईंट से वार करके हत्या की गई थी। मृतका के पिता की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करके एसओजी और खेसरहा पुलिस को वारदात का पर्दाफाश करने के लिए लगाया था। जांच में जुटी पुलिस टीम को जानकारी मिली कि हत्या मृतका की भाभी ने ही की है।
इसके बाद पुलिस की टीम उसके पीछे लगी और उसके हावभाव से पता चल गया कि वारदात को उसने ही अंजाम दिया है। इसके बाद पुलिस टीम ने शुक्रवार सुबह गांव से आरोपी भाभी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद उसे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
—
बीमार बेटे और मुंबई में रह रहे पति मर जाएं, ऐसा बोलने पर दिया वारदात को अंजाम
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में आरोपी भाभी सुभावती पत्नी अर्जुन ने बताया कि मृतका उसकी ननद थी, जो विधवा थी, और 15 वर्षों से साथ रहती थी। जिसकी एक शादीशुदा पुत्री है। ननद अपने पति के मरने के बाद मानसिक रूप से परेशान रहती थी और हम लोग से बात-बात पर लड़ाई झगड़ा करती रहती थी। एक मई को दिन में गेहूं की बाली बीनने गई थी। उसके थोड़ी देर बाद मैं भी बाली बीनने गयी थी, कि शाम के समय आंधी व पानी आ गया। तो मैं पुलिया के नीचे गई। जहां मेरी ननद सुभावती पहले से बैठी थी। हम दोनों में घरेलू बातों को लेकर कहासुनी होने लगी। इसी दौरान ननद ने मुझे ताना मारते हुए कहा कि तुम्हारा पति मुंबई में मर जाए और तुम्हारा लड़का, जिसको टीबी है, वह भी मर जाए। उसके अकसर दिए जाने वाले तानों से मैं परेशान होकर पास में पड़ी ईंट से उसके सिर पर कई बार वार किए, जिससे वह बेहोश हो गई या मर गई और मैं उसका मोबाइल लेकर घर चली आई और जला दिया।
—
बदलते बयान पर पुलिस को हुआ शक
पुलिस टीम ने जब गांव में अलग- अलग लोगों से बात की और फिर मृतका की भाभी से बात की तो वह पुलिस कर्मियों को अलग- अलग बयान देने लगी। किसी से देर रात में तलाश करने बात बताई तो किसी से भोर में, जबकि लोगों ने बताया कि इससे कभी बनती ही नहीं थी। लेकिन जिस दिन वह देर तक नहीं लौटी सास के पूछने के बाद तत्काल व ढूंढने के लिए तैयार हो गई थी। किसके- किसके यहां पूछने गई थी, जब इस बारे में जानकारी ली गई तो पुलिस का शक पुख्ता हो गया। पकड़ने पर जब पूछताछ हुई तो टूट गई और सबकुछ कबूल दिया। हत्या के समय पहनी हुई रक्त से सनी साड़ी, फूंका हुआ मोबाइल आदि सब कुछ पुलिस को दिया।
—
अनसुलझे केस को सुलझाने के लिए 15 हजार इनाम मिला
एसपी ने अनसुलझे कुसुम हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने वाली टीम के एसओ खेसरहा शशांक कुमार सिंह, एसओजी प्रभारी शेषनाथ यादव, सर्विलांस सेल प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह, एसआई विरेंद्र राय, आरक्षी राजीव शुक्ल, अवनीश सिंह, रमेश यादव, पवन तिवारी, मृत्युंजय कुशवाहा, वीरेंद्र तिवारी, छविराज, देवेश यादव, विवेक मिश्र, अभिनंदन, नरेंद्र यादव, संजीत चौरसिया, मनोज यादव, संगीता, प्रिया सिंह को पुलिस अधीक्षक ने 15 हजार रुपये नकद इनाम दिया है।