Last updated on November 13, 2022
Siddharthnagar News: कार्तिक पूर्णिमा के एक दिन पहले से प्रारंभ हुआ भारतभारी का ऐतिहासिक मेला समाप्ति की ओर है, लेकिन मेलार्थियों का उत्साह अभी तक बरकरार है। मेले में बच्चों के अलावा महिलाओं की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है। लौह कला से लेकर काष्ठ व मिट्टी के बर्तनों की खरीदारी के साथ साथ खिलौने और बिसाता की दुकानों पर भीड़ देखी जा रही है। गुरुवार दिन में भीड़ कम रही, लेकिन दिन ढलते ही भीड़ बढ़ने लगी और रात्रि दो बजे तक मेले में चहल पहल देखी गई।
पौराणिक नगर भारतभारी का मेला इन दिनों अपने पूरे सवाब पर है। दूर दराज से आए दुकानदार न सिर्फ एक स्थान पर लोगों के जरूरत की वस्तुएं उपलब्ध करा रहे हैं, बल्कि प्रतिस्पर्धा के कारण मूल्य भी काफी कम है, जिसके कारण खरीदारों की भीड़ दुकानों पर भरपूर दिख रही है। आगरा से आए मिठाई विक्रेता और जूते चप्पल के व्यापारियों ने बताया कि अबतक वह मेले में 30 हजार रुपये से अधिक का कारोबार कर चुके हैं। काष्ठ और लोहे की सामग्री बेचने वालों ने बताया कि 20 हजार रूपये से अधिक की बिक्री उनकी हो चुकी है।
बिसाता करोबारी अजीमुद्दीन ने बताया कि वह 40 हजार रुपये का सामान बेंच चुके हैं। चूंकि इस मेले में हर वर्ग के लोगों की भागीदारी रहती है, इसलिए यह सामाजिक समरसता को भी प्रसारित करने का कार्य करती है। मनोरंजन के लिए लगे झूला, ट्रेन, मौत कुंआ आदि के कर्मियों ने भी अच्छी कमाई की। बेवां सीएचसी की टीम ने भी कैंप लगाकर स्वास्थ्य जांच व जरूरी दवाओं का वितरण किया। शुक्रवार को एसडीएम कुनाल, तहसीलदार अरूण कुमार वर्मा, नायब तहसीलदार आनंद ओझा, कोतवाल संजय मिश्रा के अलावा मेला प्रभारी रमेश चंद्र श्रीवास्तव, अवधेश सिंह, आनंद गौतम, बिपिन तिवारी, गंगोत्री पांडेय, कृपाशंकर मौर्य अभिमन्यू सिंह आदि मुस्तैद दिखे।