शोहरतगढ़। अधिकतर महिलाएं और बच्चियां असंतुलित भोजन और अव्यवस्थित जीवन शैली से खून की कमी का शिकार हो जाती हैं। समय रहते इलाज न करने पर कई बीमारियों को बढ़ावा मिलने लगता है। ये बातें चिकित्सक सुशांत कुमार जायसवाल ने बुधवार को अमर उजाला फांउडेशन की ओर से आयोजित महिला स्वास्थ्य शिविर में कहीं।
शिविर में डॉ. सुशांत कुमार जायसवाल ने खून की कमी से शरीर में होने वाले रोगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही बचाव के उपाय बताए। उन्होंने बताया कि मनुष्य की दिनचर्या असंतुलित होने कारण कई बीमारियां उत्पन्न होती हैं। थाइराइड, सुगर, ब्लडप्रेशर, किड़नी, हृदय रोग, मोटापा, और महिलाओं में बांझपन, खून की कमी सहित आदि बीमारियां समय से पहले हो जा रही हैं। इसका मात्र एक ही कारण हैं। लोग अपने खानपान पर ध्यान नही दे रहे हैं। हर व्यक्ति समय सो कर उठे, योग करे, संतुलित आहार ले, बाजार में मिल रहे जंकफूड का सेवन न करे तो बीमारियों से बचाव होगा। शिविर में 30 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच कर परामर्श दिया गया।
उन्होंने कहा कि बच्चों में खून की कमी, वजन, लंबाई का न बढ़ना, बार बार पेट में दर्द होना, पेट फूलना, दस्त होना, सिलियक रोग के प्रमुख लक्षण हैं। समय पर जांच एवं उपचार से बच्चा सामान्य जीवन तथा सामान्य शारीरिक एवं मानसिक विकास को प्राप्त कर सकता है। शिविर में पेट दर्द, शुगर, थाइराइड, बीपी, महिला में लिकोरिया, डायरियां, सामान्य बुखार, एलर्जी, त्वचा संबंधी मरीजों की जांच कर दवाएं दी गईं। इस दौरान पंकज पांडेय, रविंद्र कुमार, रीमा, मंजू जयसवाल, कुंदन चौहान, सतीश जयसवाल, काजू, गुड़िया, अखिलेश, चन्द्रवती, साधना आदि लोग रहे। …………
इस तरह के स्वास्थ्य शिविर के आयोजन से स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की जानकारी मिली। शिविर जांच की गई और दवाएं भी दी गईं। इस तरह के कार्यक्रम होने से मरीजों काफी मदद मिलती है। – संगीता, निवासी चिमठी
स्वास्थ्य शिविर में खून की कमी से होने वाले रोग और उनके बचाव के दिए गए टिप्स सराहनीय रहे। इससे निश्चित ही लाभ मिलेगा। ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए, जिससे हर प्रकार की बीमारियों के बारे में जानकारी मिल सके।
– गीता निवासी, हरदौना
स्वास्थ्य शिविर में बहुत सारी बीमारियां किन कारणों से उत्पन्न होती हैं, उसकी जानकारी मिली। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की प्रेरणा मिली है। अब से जीवनशैली व खानपान में सुधार करेंगे।
– उर्मिला
स्वास्थ्य शिविर में शामिल होने से कई आवश्यक बातों की जानकारी हुई। शरीर में खून की कमी से होने वाली बीमारियों को लेकर बना डर दूर हुआ। इससे बचाव के लिए बताए गए उपाय सरल और सहज हैं। – दीपा, निवासी बर्डपुर