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Siddharthnagar News: ककरहवा सीमा बन गई चांदी तस्करी का गढ़

सिद्धार्थनगर। मोहाना थाना क्षेत्र का ककरहवा बाॅर्डर तस्करी का गढ़ बन गई है। जब भी चांदी के आभूषण और सील चांदी पकड़ी जा रही है, उसका संबंध ककरहवा बॉर्डर से ही सामने आया है। सुरक्षा एजेंसियों और सीमावर्ती थानों की पुलिस इस काम लगे तस्करों की पहचान में नाकाम साबित हो रही है। तस्कर नेपाल से चांदी उठाकर आगरा सहित अन्य मंडियों में भेजते हैं। जहां से से आभूषण बनकर बाजार में बिकता है।
नेपाल से लगने वाली जिले की 68 किलोमीटर सीमा पूरी तरह से खुली है। यहां बिना किसी रोकटोक के लोग इसपार से उसपार आते-जाते हैं। लेकिन तस्कर इसी का लाभ उठाते हैं। वह सामानों की तस्करी रात के अंधेरे में करते हैं। मौजूदा में देखें तो मोहाना थाना क्षेत्र के ककरहवा बॉर्डर चांदी के सील और आभूषण की तस्करी का केंद्र बन गया है। कारण जब भी चांदी पकड़ी गई है, उसके कनेक्शन ककरहवा बॉर्डर से ही जुड़ा मिला है। लोगों का कहना है अगर हर बार तस्करी ककरहवा बॉर्डर से जुड़ रहा है तो यह गलत नहीं होगा कि बॉर्डर से ही तस्करी कराई जाती है। इसमें कुछ लोग संलिप्त हो सकते हैं। जो कभी-कभार कार्रवाई करके यह दिखा देते हैं कि पुलिस सख्त है।

पकड़ी गई चांदी ककरहवा बॉर्डर से हुई थी पार
अप्रैल माह में एसओजी और सदर पुलिस की संयुक्त टीम ने क्षेत्र के पुरानी नौगढ़ के पास से एक कार को पकड़ा था। कार से 96 किलो सील चांदी बरामद हुई थी। बरामद की गई चांदी ककरहवा बॉर्डर से होकर जनपद मुख्यालय तक पहुंच गई थी। पूछताछ में पकड़े गए दो तस्करों ने इस बात को स्वीकार किया था।

ककरहवा बॉर्डर से की गई थी सीमा पार
मोहाना पुलिस ने अप्रैल माह में चेकिंग के दौरान बॉर्डर से सटे ककरहवा कस्बे से एक संदिग्ध को 4.881 किलो चांदी के साथ पकड़ा था। पकड़ा गया व्यक्ति महराजगंज जनपद के नौतनवा का निवासी था। पूछताछ में पता चला कि वह ककरहवा बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देकर इस पार आ गया था।

सीमा पार होते ही एसएसबी और पुलिस ने दबोचा
दो दिन पहले एसएसबी और ककरहवा चौकी की पुलिस ने एक स्कूटी सवार को नेपाल से भारतीय सीमा में प्रवेश करते हुए पकड़ा। उसकी स्कूटी से सवा तीन किलो चांदी बरामद की गई। वह भी ककरहवा बॉर्डर से ही आ रहा था।

नेपाल में पकड़े जा चुके हैं भारतीय
नेपाल में एक वर्ष में तीन बार भारतीय नेपाल पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। इसमें नेपाल के बाणगंगा नगर पलिका क्षेत्र में एक स्कूटी सवार को 10 किलो चांदी के साथ पकड़ा गया था। इसी प्रकार नेपाल के तौलिहवा में 8.400 किलोग्राम चांदी के साथ एक व्यक्ति पकड़ा गया था। इसी प्रकार टिटकिरिया पुल से 11.860 किग्रा चांदी के साथ पकड़ा गया था। पकड़े गए सभी लोग भारतीय थे। पूछताछ करने के बाद कागजात नहीं होने पर चांदी जब्त कर ली गई थी।

रुपनदेही में बड़े पैमाने पर होता है चांदी का कारोबार
सूत्रों के अनुसार सीमा ककरहवा बॉर्डर से लगने वाले नेपाल का रुपनदेही और लुंबिनी जनपद चांदी का बड़ा बाजार बन चुका है। यहां सिद्धार्थनगर ही नहीं, बल्कि महराजगंज सहित सीमावर्ती क्षेत्र में होने वाली तस्करी की चांदी यहीं के कारोबारियों के यहां से उठती है। हाल यह है कि यह लोग क्रेडिट भी सौदा कर देते हैं। कई बार खरीद करने वालों पर विश्वास बना तो वह उन्हें क्रेडिट पर देने का कार्य करते हैं। तस्करी की सबसे बड़ी वजह है कि केवल दाम देकर माल उठाना है। न लिखापढ़ी और न ही कोई टैक्स। खरीद किए और लेकर निकल लिए। सुरक्षा एजेंसियों से बचे तो समझिए की बन गए तस्करी के धंधे के बदशाह।

तस्करी रोकने के लिए सीमावर्ती थानों की पुलिस अलर्ट है। वह लगातार कार्रवाई भी कर रही है।
– एसपी अमित कुमार आनंद

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