सिद्धार्थनगर। मंगलवार की शाम छह बजे आचार संहिता के अनुसार चुनाव प्रचार थम गया। प्रशासन जहां विभिन्न इलाकों में लगे प्रत्याशियों के बैनर पोस्टर को हटवाने में लग गया। वहीं, प्रत्याशी की जीत-हार को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़कर दिग्गज नेता भी जनसंपर्क अभियान में कूद पड़े। मंगलवार को निकाय चुनाव अपने चरम पर रहा। जिले के सभी 11 नगर निकायों में जीत के लिए जूझ रहे प्रत्याशियों के साथ ही सत्ताधारी व विपक्षी दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव लगी है। इनमें सांसद, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक व विधायक पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में पसीना बहाते देखे गए। प्रचार के अंतिम दिन सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी, साथ ही देर रात तक घर-घर पहुंच मतदाताओं को सहेजते नजर आए।
निकाय चुनाव के दूसरे चरण के तहत जिले में 11 मई को मतदान होना है। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन मंगलवार को जिले के सभी निकायों में भाजपा, सपा, बसपा व कांग्रेस के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी पूरी ताकत से चुनाव का रुख खुद के पक्ष में मोड़ने के लिए जद्दोजहद करते देखे गए। सभी दलों ने जहां बड़े नेताओं को बुलाकर पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की, वहीं निर्दलीय प्रत्याशी जुलूस निकालने के साथ ही घर- घर पहुंच मतदाताओं को साधने में जुटे रहे।
सांसद जगदंबिका पाल ने जहां जिले की सभी सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में जनसंपर्क व नुक्कड़ की। वहीं विधायक श्यामधनी राही शहर समेत उसका व कपिलवस्तु में पार्टी प्रत्याशी के प्रचार में जुटे रहे। इसी तरह सपा के पूर्व विधायक विजय पासवान भी पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे दिखे। बांसी में विधायक जयप्रताप सिंह और सपा जिलाध्यक्ष लालजी यादव पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में पूरी ताकत से जुटे दिखे। आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशियों का वोट बढ़ाने में पूर्व विधायक चौधरी अमर सिंह भी जोर-शोर से लगे रहे। सर्वाधिक रोचक संघर्ष इटवा और डुमरियागंज में दिख रहा है। इटवा और बिस्कोहर में सपा विधायक माता प्रसाद पांडेय और भाजपा के पूर्व मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी के साथ कांग्रेस के पूर्व सांसद मुहम्मद मुकीम भी पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में दिन-रात एक किए हुए हैं। इनके साथ ही बसपा ने भी पूरे जिले में प्रत्याशियों की जीत के लिए कैडरबेस की बदौलत माहौल बनाने में जुटी रही।
डुमरियागंज में इनकी प्रतिष्ठा दांव पर
डुमरियागंज। नगर पंचायत डुमरियागंज, भारतभारी व बढ़नीचाफा में पार्टी प्रत्याशी की जीत के लिए भाजपा, सपा, बसपा व कांग्रेस के साथ ही आप नेता भी पूरी ताकत लगाए हुए हैं। यहां सपा विधायक सैयदा खातून, पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह, बसपा नेता इरफान मलिक, कांग्रेस जिलाध्यक्ष काजी सुहेल अहमद, पूर्व मंत्री राजू श्रीवास्तव तथा आम आदमी पार्टी के इंजीनियर इमरान लतीफ की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। सबसे ज्यादा घमासान भारतभारी में अध्यक्ष पद के लिए मचा हुआ है। जहां एक ही दल के कई नेता अलग-अलग प्रत्याशियों का समर्थन और प्रचार कर रहे हैं।
एक-दूसरे की निगरानी भी करते रहे
सिद्धार्थनगर। जिले के 11 नगर निकायों में मंगलवार शाम चुनाव प्रचार थमने के बाद जिले की नगर पालिका सिद्धार्थनगर व बांसी, नगर पंचायत उसका, शोहरतगढ़, बढ़नी, डुमरियागंज, इटवा, बिस्कोहर, कपिलवस्तु, बढ़नीचाफा, भारतभारी में जनसंपर्क का सिलसिला शुरू हो गया। इससे पहले शाम तक जुलूस, नुक्कड़ सभा व प्रचार वाहनों के माध्यम से मतदाताओं को प्रत्याशी रिझाते रहे। रात में घर-घर संपर्क कर उन्हें अपने पाले में लाने के लिए जुटे रहे। प्रत्याशी हैंडबिल के साथ बैलेट पेपर बांट चुनाव चिह्न लोगों को बताते हुए मतदान की अपील कर रहे थे। सुबह से देर रात तक चल रहे प्रचार अभियान में प्रत्याशी दूसरे पक्ष पर भी नजर रख रहे हैं कि विरोधी मतदाताओं को प्रभवित करने के लिए रुपये अथवा सामग्री का वितरण तो नहीं कर रहे है।
अध्यक्ष के 121, सभासद के 1268 प्रत्याशी मैदान में
जिले के 11 नगर निकायों में 303204 मतदाता भाग लेंगे। चुनाव के अंतिम दौर में पहले सभी प्रत्याशी ने क्षेत्र के मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए रतजगा कर रहे है। सभी नगर निकायों में अध्यक्ष पद के लिए 121 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। वहीं इन निकायों के 185 वार्डों के सभासद पद के लिए 1268 प्रत्याशी चुनाव में भाग्य आजमा रहे हैं।