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Siddharthnagar News: बसों ने पकड़ी चुनावी डगर, मुश्किल में सफर

सिद्धार्थनगर। नगर निकाय चुनाव के प्रथम चरण के मतदान के लिए रोडवेज की 16 बसें सहित अन्य निजी वाहनों को चुनाव में भेजा गया है। इस कारण बुधवार को यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शादियों के सीजन में चुनाव होने के कारण लोगों एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने में परिवहन की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

परिवहन निगम के सिद्धार्थनगर डिपो में बुुधवार दोपहर एक बजे से गोरखपुर जाने के लिए एक भी बस नहीं थी। बसें नहीं होने से गंतव्य तक जाने के लिए दोपहर बाद से देर शाम तक यात्रियों को इधर-उधर भटकना पड़ा। बसों की कमी के कारण दोपहर बाद यात्री इधर-उधर भटकते नजर आए। सबसे अधिक परेशानी गोरखपुर जाने वाले यात्रियों को हुई। यात्रियों का कहना था कि यहां से गोरखपुर जाने के लिए बस समय से कभी नहीं मिलती है। पूछताछ काउंटर पर जाने पर कोई नहीं मिलता है। यदि कोई मिल भी जाए तो हीला-हवाली करते हुए गलत समय बता देते हैं। जिससे यात्रियों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। बस से फरेंदा जाने वाली अनीता ने बताया कि वह तेतरी बाजार में रिश्तेदार के यहां आई थीं। रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो देर होने के कारण ट्रेन छूट गई। बस स्टेशन पर आने पर पता चला कि बस भी नहीं है। इसी तरह अन्य यात्रियों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ा। शादियों के सीजन में यात्रियों की संख्या बढ़ी है, जबकि बसों की कमी हो गई है।

शादियों की वजह से कम पड़ रहे वाहन
रोडवेज बसों के अलावा निजी वाहनों को भी चुनाव में लगाया गया है। वहीं शादियों में बरातियों के लिए वाहनों को बुक हो जाने के कारण भी समस्या खड़ी हो गई है, क्योंकि कई ऐसे मार्ग हैं, जहां के लिए निजी वाहन भी आवागमन का सहारा हैं। इससे सोहास, लोटन, मोहाना, ककरहवा आदि जगहों पर जाने वाले यात्रियों को भटकना पड़ा।

गोरखपुर जाना है, लेकिन बस स्टेशन पर गया तो बस नहीं है। मैं दवा कारोबारी हूं। प्रतिदिन आता-जाता हूं। डेढ़ घंटे से इंतजार कर रहा हूं लेकिन डिपो में एक भी बस नहीं है।

– पूर्णवाशी, यात्री

रिश्तेदार के यहां परिवार को ले जाने आए थे। चुनाव और लगन के कारण बस नहीं मिल पा रही है। छोटे-छोटे बच्चे साथ में है, रात होगी तो घर जाने में दिक्कत होगी।
– सोनू आलम, यात्री

डिपो की 16 बसों को चुनाव में भेजा गया है। बसों की संख्या कम हो गई है, लेकिन प्रयास किया जा रहा है कि यात्रियों को असुविधा कम हो।
– जगदीश प्रसाद, एआएम, सिद्धार्थनगर डिपो