सिद्धार्थनगर। माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों पर जिलाधिकारी संजीव रंजन का आदेश भी बेअसर साबित हो रहा है। मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे डीएम ने भीषण गर्मी को देखते हुए 10 कूलर लगाने के लिए कहा था। आदेश दिए तीन दिन गुजर गए, लेकिन अभी तक कूलर नहीं लग सके, जबकि मरीज गर्मी से बेहाल हैं।
बृहस्पतिवार को मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में करीब एक हजार लोग पहुंचे। जबकि वार्ड में करीब 100 मरीज आए। ओपीडी में हड्डी रोग ओपीडी के सामने जहां मरीज बैठे थे, वहां पंखा नहीं लगा है। वहीं, दवा काउंटर के सामने भी मेडिकल स्टोर के अंदर पंखे लगे हैं, लेकिन जहां मरीजाें की लाइन लगती है, वहां पंखा नहीं है। पीआईसीयू, एसएनसीयू के सामने गैलरी में महिलाएं बच्चों के साथ बैठी थीं, जहां पंखे की हवा की सुविधा नहीं होने के कारण हाथ से पंखा झलतीं नजर आईं।
माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में व्यवस्था की हकीकत जानने के लिए जिलाधिकारी संजीव रंजन निरीक्षण करने के लिए गए थे। ओपीडी के निरीक्षण में उन्हें गर्मी का एहसास हुआ और मरीजों की समस्याओं को देखते हुए तत्काल 10 कूलर लगवाने के निर्देश दिए थे। उसी दिन शाम को कूलर लगाने की बात चल रही थी, लेकिन वह आदेश तक ही सीमित रह गया। मरीज गर्मी से बेहाल हैं। ओपीडी से लेकर हर वार्ड में लोग गर्मी से परेशान होकर पंखा झलने को विवश हैं। बिजली रहने और पंखा चलने के बाद भी वोल्टेज कम होने के कारण उन्हें गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है। लेकिन, जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। अगर कूलर लग जाते तो अस्पताल में आने वाले मरीजों को गर्मी से निजात मिल जाती।इस बारे में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एके झा से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। उनका पक्ष आने पर प्रकाशित किया जाएगा।