उर्मिला की मौत कब और कैसे हुई, ये रहस्य बना है। पुलिस को बिलंब से सूचना देना, मायके वालों को रिश्तेदार से सूचना मिलना और पुलिस के पहुंचने से पहले शव को उतार देना कहीं न कहीं सवाल खड़े करता है। फिलहाल पुलिस जांच में लगी है।
सिद्धार्थनगर जिले में खेसरहा थाना क्षेत्र के केशवार गांव में बुधवार सुबह एक आंगनबाड़ी वर्कर की संदिग्ध हाल में मौत हो गई। कमरे में छत के कुंडे से दुपट्टा के सहारे लटकता हुआ उसका शव मिला। पुलिस ने शव का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतका के भाई की तहरीर पर पति, देवर और ग्राम प्रधान ससुर पर पुलिस ने दहेज हत्या का केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।
केशवार गांव निवासी उर्मिला (39) आंगनबाड़ी वर्कर थीं। बुधवार सुबह कमरे में छत के कुंडे से दुपट्टा के सहारे फंदे से लटकता हुआ उनका शव मिला। उर्मिला के ससुर प्रहलाद गांव के प्रधान हैं। परिजनों का कहना है कि दुपट्टे के सहारे लोहे की पाइप से उन्होंने कमरे में फांसी लगा ली थी। परिजनों का कहना है की सुबह उठे तो उसका शव फंदे से लटक रहा था।
किसी ने घटना की सूचना सुबह सात बजे पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने से पहले परिजनों ने शव को उतार लिया था। उर्मिला की कोई संतान नहीं थी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी शशांक सिंह, सीओ देवी गुलाम मौके पर पहुंच गये और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में थानाध्यक्ष शशांक सिंह ने बताया की मृतका के भाई ने तहरीर की तहरीर पर पति नारद, ससुर प्रहलाद और देवर पर दहेज हत्या का केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।