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Siddharthnagar News: समय से नहीं हुए काम, गर्मी बढ़ी तो फाल्ट ने किया जीना हराम

सिद्धार्थनगर। भीषण गर्मी में जरूरत के अनुसार लोड बढ़ा तो जर्जर बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। भीषण गर्मी में विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने 22 जून तक किसी भी तरह का घोषित शटडाउन न लेने का निर्देश मंगलवार को दिया है। लेकिन, ट्रांसफर्मरों का उच्चीकरण और जर्जर तारों के न बदले जाने से होने वाले लोकल फाल्ट से लोगों का जीना हराम हो गया है। इस अघोषित बिजली कटौती से शहर के 18 हजार उपभोक्ताओं में आक्रोश है।
गर्मी में एसी और कूलर चलने से शहरी क्षेत्र में बिजली की मांग 30 प्रतिशत बढ़ गई है। इससे तारों और ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ा है और वे गर्म होकर फुंक रहे हैं। शहरी क्षेत्र के भीमापार, सिंहेश्वरीपुरम, इंदिरा नगर में लो वोल्टेज ऐसा है कि स्टेबेलाइजर भी पर्याप्त बिजली मुहैया नहीं करा पा रहे हैं। इन क्षेत्रों में बिजली के मोटर नहीं चलने से छतों की टंकियां नहीं भर पा रही है, धीमी चाल के पंखे की हवा से गर्मी दूर नहीं हो रही है।

ट्रांसफार्मर कम और तार 40 वर्ष पुराने
शहर में पॉवर हाउस नौगढ 20 एमवीए और पॉवर हाउस रेहरा 10 एमवीए का है। दोनों ट्रांसफार्मरों की क्षमता 30 हजार किलोवॉट है, जबकि स्वीकृत लोड 31,952 किलो वॉट है। अप्रैल में करीब 15 हजार किलोवॉट बिजली की खपत थी तो मई जून में करीब 20 हजार किलोवॉट पहुंच गई है। पॉवर हाउस की क्षमता फिलहाल 10 हजार किलोवॉट बची हुई, लेकिन ट्रांसफार्मरों की क्षमता कम होने से दिक्कत आ रही है। ट्रांसफार्मर से लाइन की दूरी 400 मीटर होनी चाहिए, लेकिन रेलवे स्टेशन के पास और दंतरंगवा क्षेत्र में ये दूरी एक किमी से डेढ़ किमी है, इस कारण लोगों को लो वोल्टेज की समस्या से जूझना पड़ रहा है। तारों की उम्र से 20 से 25 वर्ष होती है, लेकिन शहर में 40 वर्ष से अधिक पुराने तारों के सहारे बिजली की आपूर्ति हो रही है। यही कारण है कि जहां तार कमजोर होता है, वहां फॉल्ट हो जाता है।

ओवरलोड ट्रांसफार्मर बदले तो खत्म हो समस्या
बिजली विभाग ने थाना गली में 250 केवीए के ट्रांसफार्मर को हटाकर 400 केवीए, साड़ी तिराहा पर 63 केवीए के ट्रांसफार्मर को हटाकर 100 केवीए एवं सनई के पास 63 केवीए के ट्रांसफार्मर को हटाकर 100 केवीए क्षमता का ट्रांसफार्मर लगाया गया है। तीन ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि हुई, लेकिन चार क्षेत्रों में व्यवस्था बदलने का काम नहीं हुआ। बिजली विभाग के अनुसार वनविभाग कॉलोनी में 250 केवीए, सिंहेश्वरीपुरम में 100 केवीए, पोखरभिटवा में 100 केवीए एवं भीमापार में 100 केवीए का एक ट्रांसफार्मर लगाने का कार्य प्रस्तावित है।

शहरी क्षेत्र में गर्मी बढ़ने से बिजली की खपत 30 प्रतिशत बढ़ गई है। लोकल फॉल्ट व लो वोल्टेज की समस्या कम करने के लिए ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की गई है। चार ट्रांसफार्मर और बदले जाएंगे। रिवैंप डिस्ट्रीब्यूशन स्कीम के अंतर्गत तार बदले जाएंगे।
आरके कुशवाहा, अधिशासी अभियंता

शटडाउन नहीं, लोकल फॉल्ट से मुसीबत
सिद्धार्थनगर। जिले में बिजली का शटडाउन नहीं हो रहा है, लेकिन ओवरलोड से चरमराई बिजली व्यवस्था में लोकल फॉल्ट उपभोक्ताओं का रुला रहा है। दावा है कि शहर में 23 घंटे से अधिक बिजली मिल रही है, लेकिन बिजली इतनी बार कट रही है कि लोग बेहाल हो रहे हैं। बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता एसके पासवान ने बताया कि अनियमित बिजली कटौती नहीं हो रही है।
24 घंटे में 3-4 घंटे बिजली कटौती की जा रही है। लोकल फॉल्ट से बिजली बार बार कट रही है। इस कारण गर्मी में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

– ज्योति देवी, सरोजिनी नगर
शहर में गांव जैसी बिजली मिल रही है। गर्मी में बिजली कटने के दौरान परेशानी बढ़ रही है। शिकायत होती है तो फॉल्ट सुधारा जाता है।

– सुलोचना देवी, सरोजिनी नगर

बिजली कटती है तो शिकायत के बाद बनती है। दिन में कई बार बिजली ट्रिप होती है। अघोषित कटौती हो या लोकल फॉल्ट समस्या उतनी ही होती है।

– पूनम मिश्रा, सनई

बिजली विभाग में बिल पूरा जमा है और ओवरलोड ट्रांसफार्मर और जर्जर तारों के कारण लोकल फॉल्ट हो रहा है। कटौती कोई भी लोकल फॉल्ट बताया जाता है।

मधु मद्धेशिया, सनई

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