सिद्धार्थनगर। गलाघोंटू बीमारी से बचाव के लिए पशुओं को टीका लगेगा। जिले में विशेष गलाघोंटू टीका अभियान चलेगा। अगर पशु पालन किए हैं तो खुद जागरूक हों और गांव में पशु चिकित्सा विभाग की ओर से आयोजित होने वाली टीकाकरण में पशुओं को टीका लगवाएं। अगर टीकाकरण से चूके तो पशुओं के बीमार होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
बारिश का सीजन शुरू होने के बाद पशुओं में कई प्रकार की संक्रामक बीमारियां फैलती हैं। इसमें गलाघोंटू बीमारी प्रमुख जो पशुओं के लिए जानलेवा मानी जाती है। इस बीमारी की चपेट में आकर जाने- अनजाने में पशुओं की जान चली जाती है। बीमारी फैलने से पहले रुके और पशुओं की मौत न हो इसके लिए शासन ने बारिश से पहले ही पशुओं को टीका लगाने का निर्देश दिया है। जिले में सवा दो लाख पशुओं को टीका लगना है। टीका भी आ चुका है। जल्द ही अभियान चलाकर सभी पशु चिकित्सालय की ओर से गांव- गांव शिविर लगाया जाएगा। इसमें पशुओं का टीकाकरण होगा। पशु पालक खुद इसके लिए जागरूक हों और गांव में लगने वाली शिविर में पशुओं का टीका लगवाएं। अगर टीकाकरण कैंप नहीं लगता है कि पशु पालक खुद अपने क्षेत्र के पशु चिकित्सालय के चिकित्सक से संपर्क करके टीकाकरण कराने के बारे में जानकारी ले सकते हैं। इस संबंध में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. मेमपाल सिंह ने बताया कि गलाघोंटू बीमारी से बचाव के लिए पशुओं को टीका लगवाया जाएगा। टीका भी आ गया है शिविर लगाकर टीकाकरण किया जाएगा। संवाद