सिद्धार्थनगर। शहर हो या गांव, बिजली कब कटेगी और कितनी देर बाद आएगी, इसका ठिकाना नहीं है। शाम को बार-बार बिजली कट रही है और कुछ देर बाद ही आ रही है। लोगों का कहना है कि बिजली विभाग में लोकल फॉल्ट के बहाने बिजली कटौती की जा रही है और उपभोक्ता त्रस्त हैं। पूरी रात बिजली के इंतजार में बीत रही है।
बिजली विभाग का दावा है कि शहरी क्षेत्र में 23:30 घंटे बिजली दी जा रही है, लेकिन बिजली कटौती के परेशान लोग व्यवस्था को कोस रहे हैं। शनिवार रात 10 बजे वन विभाग कॉलोनी में बार-बार बिजली कटी और 10 से 15 मिनट बाद ही आ गई। कॉलोनी के रवि कुमार सिंह ने कहा कि ये कैसा लोकल फॉल्ट है। जितने देर में बिजली का फॉल्ट पता चलना चाहिए, उससे कम समय में ही वापस आ गई, लेकिन इस कटौती से नींद हराम हो रही है। इसी मोहल्ले के रोशन ने कहा कि जैसे ही नींद लग रही है, वैसे ही बिजली चली जा रही है। बीस मिनट बाद बिजली वापस आती है तो लोग पसीना से तर-बतर रहते हैं और नींद आने में देर लग जाती है
भीषण गर्मी में कूलर पंखे और एसी भी पूरी तरह से काम नहीं रहे हैं। लोगो की नींद पूरी नहीं हो रही है। थोड़ी-थोड़ी देर में फॉल्ट, ब्रेकडाउन के नाम पर बिजली काट दी जा रही है। सरकार के आदेश के अनुसार शहरों में 24 घंटे और ग्रामीण इलाकों में 18 घटे बिजली मिलनी चाहिए, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। गर्मी और उमस लोगों के दैनिक दिनचर्या पर बुरा असर पड़ रहा है। लोग गर्मी से राहत पाने के लिए वृक्षों की छाया का तलाश कर रहे हैं, लेकिन पछुआ हवा से लू तेज होने के कारण लोगों को वहा भी आराम नही मिल रहा है। ऐसे मेंं दिन रात के बिजली कटौती से लोग काफी परेशान हैं। उनका कहना है कि बिजली विभाग झूठे फॉल्ट के नाम पर कटौती कर रहा है, क्योंकि यदि सच में कहीं फाल्ट हो जाए तो उसको सही करने में कम से कम 30 मिनट का समय लगता है, जबकि दस मिनट में ही लाइट देकर फॉल्ट बता देते है जबकि दस मिनट समय तो फॉल्ट खोजने में ही लग जाएगा। ऐसे में बिजली विभाग की मनमानी की खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है।
———-
बाजारों में नही मिल रहा पानी, बर्फ व कोल्डड्रिंक
भीषण गर्मी व लाइट कटौती से बाजारों में ठंडी वस्तुएं मिलनी बंद हो गई है। दुकानों पर बर्फ, पानी की ठंडी बाेतल, कोल्डड्रिंक्स आसानी से नहीं मिल पा रही हैं। बिजली कटौती से शहर में पीने का पानी नहीं मिल रहा है। घरों में लगे मोटर बंद होने से लोग बिना नहाए ही अपने ऑफिस चले जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ट्यूबवेल न चलने से धान की नर्सरी सूख रही है। किसान भी परेशान हो रहे हैं।
नींद पूरी नहीं होगी तो सेहत पर पड़ेगा असर
नींद पूरी नहीं होने से लोग पूरे दिन चिड़चिड़ापन महसूूस करते हैं। ऑफिस में काम करते समय नींद आएगी। यदि कोई ड्राइवर है तो उसे नींद पूरी करनी चाहिए अन्यथा की स्थिति में खतरा हो सकता है। रात के समय कम से छह से आठ घंटे की नींद लेनी चाहिए, जिससे वह पूरा दिन उर्जावान रहते हुए काम कर सकें।
– डॉ. मोहम्मद अफजल, मानसिक रोग विशेषज्ञ, मेडिकल कॉलेज
—————-
बिजली कटौती नहीं की जा रही है। लोकल फॉल्ट और ट्रिपिंग के कारण बिजली कट रही है। गर्मी में लाइन में अधिक फॉल्ट हो रहा है। सूचना मिलते ही बिजली आपूर्ति शुरू कराई जा रही है।
– एसके पासवान, अधीक्षण अभियंता, बिजली विभाग