सिद्धार्थनगर। जिला प्रोबेशन कार्यालय के अधीन संरक्षण अधिकारी (गैर संस्थानिक) समेकित बाल सरंक्षण इकाई के पद पर चयनित एक महिला पर अनुभव प्रमाणपत्र फर्जी लगाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। बार-बार शिकायत के बाद भी जिम्मेदार प्रकरण में लीपापोती कर रहे हैं। हाल में गोंडा जनपद के उतरौला निवासी एक व्यक्ति ने डीएम को शिकायती पत्र भेजकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नियुक्ति होने और शिकायत के बाद भी जांच लटकाए जाने का आरोप लगाया है।
जिला प्रोबेशन कार्यालय में कुछ वर्ष पूर्व संरक्षण अधिकारी (गैर संस्थानिक) समेकित बाल सरंक्षण इकाई के पद पर चयन की कार्रवाई पूर्ण हुई। चयनित एक महिला अभ्यर्थी की ओर से स्वैच्छिक संस्था श्रीमती प्रभावती देवी बालिका समिति चतुरा भीटी कोट खास गोंडा द्वारा बाल गृह बालिका बयारा चौराहा तहसील डुमरियागंज का अनुभव प्रमाण पत्र लगाया गया है। संबंधित संस्था के प्रबंधक राम पुजारी वर्मा ने 13 फरवरी 2023 को जिलाधिकारी को पत्र भेजकर महिला को अनुभव प्रमाणपत्र जारी नहीं होने की शिकायत की। जिलाधिकारी ने 24 मार्च को डीपीओ को जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया। इस प्रकरण पर संबंधित अधिकारी प्रकरण को दबाए बैठे रहे।
एडीएम ने दिए जांच के निर्देश
जिला प्रोबेशन कार्यालय में कुछ वर्ष पूर्व संरक्षण अधिकारी (गैर संस्थानिक) समेकित बाल सरंक्षण इकाई के पद पर महिला के चयन में फर्जी अनुभव प्रमाणपत्र लगाए जाने की शिकायत पर अपर जिलाधिकारी उमाशंकर ने बीते 25 मई 2023 को पत्र भेजकर जिला प्रोबेशन अधिकारी को जांच कर आख्या देने के लिए निर्देशित किया है।
तीन माह बाद प्रबंधक को नोटिस
संस्था की ओर से अनुभव प्रमाणपत्र जारी न करने संबंधी शिकायत करने वाले बाल गृह बालिका बयारा चौराहा तहसील डुमरियागंज के प्रबंधक राम पुजारी वर्मा के पत्र की 13 फरवरी 2023 को शिकायत हुई, जबकि जिला प्रोबेशन अधिकारी की ओर से 20 मई 2023 पत्र भेजकर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। तीन माह बाद प्रबंधक को पत्र जारी करके स्पष्टीकरण मांगना से हुई देरी के कारण अधिकारियों पर सवाल खड़ा हुआ है।
संरक्षण अधिकारी (गैर संस्थानिक) समेकित बाल संरक्षण इकाई के पद पर नियुक्ति के मामले में शिकायत प्राप्त हुई है। जांच की जा रही है। मैं अवकाश पर हूं, ड्यूटी पर रहूंगा तो इस संबंध में और जानकारी दे सकूंगा।
– विनोद राय, जिला प्राेबेशन अधिकारी