कपिलवस्तु। राजकीय बौद्ध संग्रहालय पिपरहवां सिद्धार्थनगर द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर रविवार को पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संग्रहालय अध्यक्ष डॉ. तृप्ति रॉय ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य मानव जाति को पर्यावरण के प्रति सचेत करना है। उसका उद्देश्य पूरी प्रकृति व पर्यावरण की सुरक्षा करना हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 1972 में पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था, लेकिन विश्व स्तर पर इसको मनाने की शुरुआत पांच जून 1974 को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुई थी। इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस विषय का चयन घर-घर जाकर यह संदेश देने के लिए किया गया है कि सभी को प्लास्टिक मुक्त जीवन जीना शुरू कर देना चाहिए और %जीरो वेस्ट% जीवनशैली अपनानी चाहिए ताकि हमारे आस पास का वातावरण शुद्ध हो सके। पर्यावरण सरंक्षण सभी के सतत् विकास के लिए महत्वपूर्ण है।