सिद्धार्थनगर। अरहर दाल की दामों में आई उछाल से आम आदमी की थाली में दाल पतली हो गई। वहीं महंगी हरी सब्जियों ने भी घर का बजट बिगाड़ दिया है। बीते माह तक जो दाल लगभग 120 रुपये फुटकर के भाव बिक रही थी, वही दाल आज फुटकर में 150 से 160 रुपये प्रति किलो बिक रही है। दूसरी तरफ सब्जी व मसाले के भाव कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। वहीं, टमाटर और जीरा के भाव आसमान छू रहे हैं। इसका परिणाम है कि लोगों की थाली की शोभा और स्वाद दोनों गायब है।
वर्तमान समय में महंगाई का तड़का दाल के साथ तेल पर भी लगा है। इसका परिणाम है कि लोगों की थाली से दाल भी गायब होने लगी है। कारण अचानक दाल के दामों में उछाल आना है। सीमित आय और मध्यम वर्गीय के साथ निचले तबके के लोगों के लिए बढ़े दाल और तेल का दाम एक समस्या से कम नहीं है। बात करने पर व्यापारियों ने कहा कि उन्हें सामान महंगी दर पर मिल रहा है तो वे उसी हिसाब से बिक्री भी कर रहे हैं। वहीं घर चलाने वाली महिलाओं ने कहा कि घर का किचन संभालना मुश्किल हो गया है। शोहरतगढ़ कस्बे के किराना के थोक व्यापारी रिक्की अग्रहरि ने बताया कि किराना के सामानों में सबसे ज्यादा दाल के दामों में वृद्घि हुई है, जीरा 250 रुपये प्रति किलो था। आज जीरा लगभग 600 से 800 रुपये प्रति किलो हो गया है। जिसका सीधा असर व्यापार पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब चीजें सस्ती होंगी तो ज्यादा बिक्री होती है। चिल्हिया के गौरा मोड़ पर किराना स्टोर का दुकान चलाने वाले ने कहा कि राशन में शामिल चीजों के दामों में वृद्धिलगातार हो रही है। जिसका सीधा असर व्यापार पर पड़ रहा है।
बोले सब्जी वाले
शोहरतगढ़ के गड़ाकुल चौराहे पर सब्जी बेचने वाला संवारे ने बताया कि मंडी में टमाटर के दामों अचानक आई भारी उछाल टमाटर बेचना मुश्किल हो गया है। जैसे ग्राहक 80 से 100 रुपया प्रति किलो का दाम सुनते है। तो एक पाव ही खरीदते है। जिससे भर्ती लगना नुकसान हो जा रहा है। अब तो मंडी से टमाटर ही लाना बंद कर दिए है।
बोली गृहणी
किराना के सामानों में खास तौर से तेल, अरहर दाल, जीरा, सौंफ और सब्जी में टमाटर के मूल्य में निरंतर बढोतरी होने से पूरा बजट गड़बड़ा गया है। इसके कारण घर का बजट भी हर महीने गड़बड़ा जाता है। महंगाई की मार से आम जनता काफी त्रस्त है।
– रितु उपाध्याय, निवासी परसिया
सरकार को घरेलू जरूरी चीजों के दामों में वृद्धि पर रोक लगानी चाहिए। जिससे आम आदमी को दिक्कत न हो। आम आदमी महंगाई से काफी परेशान है। उसके घर का बजट लगातार बिगड़ रहा है।
– अमृता श्रीवास्तव, निवासी बढ़नी के डलहुल