सिद्धार्थनगर। सावन के महीने में भी सिद्धार्थनगर डिपो से वाराणसी की बस सेवा शुरू नहीं हो सकी। डिपो ने रूट डायवर्जन के बहाने फिर से इस रूट पर बस भेजनी बंद कर दिया है। इस कारण जिले के भक्तों के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए यात्रा कठिन हो गई है।
रोडवेज ने जिले से वाराणसी जाने के लिए बसों का संचालन रूट डायवर्जन के नाम पर बंद कर दिया है। हालांकि गोरखपुर से रोडवेज की बसें वाराणसी के लिए जा रहीं हैं। अप्रैल माह से ही बस सेवा बंद होने के कारण यहां से सावन में दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को निराश होना पड़ रहा है। डिपो पर सवारी आती है और बस न चलने की वजह से निराश होकर अन्य निजी वाहनों की तलाश में लग जाते हैं। अब पहले यात्रियों को वाराणसी जाने के लिए गोरखपुर जाना पड़ता है। उसके बाद वहां से निजी बस या ट्रेन से यात्रा करनी पड़ती है। यदि वाराणसी के लिए बस चलती तो जिले में आने वाले पर्यटकों को भी सुविधा मिलती। वाराणसी बस जाती तो हर दिन 200 सौ से अधिक श्रद्धालुओं को सुविधा प्राप्त होती। रोडवेज के एक कर्मचारी ने बताया कि आजमगढ़ से रूट डायवर्ट करके बीच में बसें चलाई गईं थीं, लेकिन आगे रोड क्षतिग्रस्त होने की वजह से फिर से रूट डायवर्जन है। पहले की अपेक्षा किराया भी बढ़ गया है। अप्रैल माह से पहले वाराणसी जाने के लिए 332 रुपया किराया देना पड़ता था। बीच में जब बसों की संचालन शुरु हुआ तो किराया बढा़कर 437 रुपया कर दिया गया है। हालांकि इस बार यदि बसों का संचालन होता है तो किराये में 25 प्रतिशत तक वृद्धि होने की संभावना है।
वाराणसी के लिए बसों का संचालन जल्द ही शुरू हो जाएगा। रूट डायवर्जन होने के कारण बसों का संचालन बंद हुआ था। अब फिर रूट बदला है, किराया फीड होते ही बसों का संचालन शुरू किया जाएगा।
– मो. अशरफ, प्रभारी एआरएम