बिस्कोहर। निकाय चुनाव में हर वर्ग के साथ ही व्यापारी भी खुलकर बोल रहे हैं। उन्होंने विकास के लिहाज से पिछड़े कस्बे को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की वकालत की। इसके लिए माइक्रो प्लॉन भी रखा। कहा कि सबसे बड़ा तथ्य है कि जब कोई भी नेता जनहित व विकास को लेकर मंथन करेगा तो धरातल पर उसका असर दिखेगा।
व्यापारी बैजनाथ गुप्ता कहते हैं कि चेयरमैन के पास कम से कम यह तो विजन होना ही चाहिए कि नगर में व्यापार कैसे बढ़ेगा, लोगों को रोजगार कैसे मिलेगा। उसके पास क्या योजना है, क्या विजन है। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए स्पष्ट सोच होना आवश्यक है।
अब्दुल वदूद कहते हैं कि इसके लिए स्पष्ट सोच आवश्यक है। पप्पू कसौधन बजली के तारों को अंडरग्राउंड करने की बात कहते हैं। तो राजेश मौर्या ने विकास के सोच पर जोर दिया। धीरज राय कहते हैं कि विकास के विजन पर जोर रहना चाहिए।
नगर को साफ-सुथरा रखने के साथ ही बिजली, पानी, सड़क को लेकर प्रयास करें। योजनाओं को धरातल पर उतारने व शहर की बेहतरी के लिए प्रयास किया जाना चाहिए।
– आशुतोष गुप्ता, व्यापारी
चेयरमैन ऐसा होना चाहिए, जो समान भाव से काम करे। चौराहों का सुंदरीकरण कराए। जाति व धर्म से ऊपर उठकर शहर का विकास करे।
– जगराम लोहिया, व्यापारी
शहर को सुंदर बनाने में नगर की सरकार का अहम योगदान होता है। मुख्य मार्ग ऐसा होना चाहिए कि अगर कोई दूसरे जिले से आए तो वह यह कहने के लिए मजबूर हो जाए, वाह, क्या शहर है।
– चंद्र प्रकाश गुप्ता, व्यापारी
नगर की सरकार ऐसी हो, जो विकास का मानक तय करे। मसलन चौराहों पर वाहनों का जमावड़ा न लगे, जगह-जगह कूड़ेदान रखवाए जाएं, पौधे लगवाए जाएं।
– घिराऊ राम कौशल, व्यापारी