सिद्धार्थनगर। रिकॉर्ड तोड़ गर्मी से हर कोई बेहाल हो गया है। पश्चिमी हवा की रफ्तार पांच किमी प्रति घंटा तक सिमट गई तो गर्मी के साथ उमस के कारण लोग बिलबिला उठे। एक दिन पहले हुई हल्की बारिश के कारण वातावरण की आर्द्रता 69 प्रतिशत रही। यही कारण रहा है कि हवा लगभग बंद होने के दौरान गर्मी के साथ उमस भी झेलनी पड़ रही है।
शहर में सोमवार को अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहा। तापमान में आंशिक कमी आई लेकिन हवा बहुत धीमी होने के कारण गर्मी का अहसास अधिक हुआ। रविवार रात में गर्मी इतनी अधिक रही कि कूलर, पंखे की हवा भी बेअसर रही। खुली हवा में घर से बाहर निकले लोगों को पसीना से तर बतर होना पड़ा, क्योंकि हवा बंद हो गई। फिलहाल आसमान साफ रहने और तेज धूप के बीच गर्मी अधिक पड़ने का पूर्वानुमान है।
राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून की दस्तक के लिए दो-तीन दिन में परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है। बारिश होने से पहले गर्मी में कमी होने का अनुमान नहीं है।
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बिजली का भरोसा नहीं, खरीद रहे चार्जेबल पंखे
बिजली की आंखमिचौली के दौर में भीषण गर्मी से परेशान लोग इन्वर्टर के साथ चार्ज होने वाले पंखे खरीद रहे हैं ताकि बिजली जाए तो घर की महिलाओं, बच्चों व वृद्धजनों को राहत मिले। मुड़िला के रहने वाले राजेश कुमार ने बताया कि गर्मी के कारण उनके एक साल के बच्चे के शरीर पर दाने निकल आए थे। डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने चार्ज होने वाला पंखा खरीदा ताकि गर्मी का असर कम हो।
दोपहर हो गया सड़क पर छा गया सन्नाटा
दोपहर में गर्मी इतनी अधिक थी कि घर से बाहर निकले लोगों को चेहरा और सिर बांधने के बावजूद भी हांफ जाना पड़ा। दोपहिया वाहन सवार सड़कों के किनारे लगे पेड़ों की छांव में आराम करते हुए आगे बढ़े। गर्मी के कारण सड़क के किनारे बिकने वाले नारियल पानी और जूस की बिक्री बढ़ गई है। हायडिल तिराहे के दुकानदार अविनाश गुप्ता ने बताया कि गर्मी में कोल्ड और ठंडा पानी का अभाव हो जा रहा है।जैसे ही कोल्ड डि्रंक ठंडा हो रहा है, वैसे ही बिक जा रहा है।