सिद्धार्थनगर। बढ़ते वायु प्रदूषण को कम करने के लिए पुराने और धुआं फेंकने वाले वाहन काटे जाएंगे। इसके लिए सरकार स्क्रैप पॉलिसी लागू करने जा रही है। इसके तहत 15 वर्ष पुराने वाले वाहन भंगार में काट दिए जाएंगे। फिलहाल एक अप्रैल से इस योजना को महानगर और मंडल मुख्यालय पर लागू करने की कवायद शुरू हुई है। एक या दो महीने बाद यह योजना जिले में भी लागू होगी। ऐसे में अगर 15 से 20 वर्ष पुराने वाहन चला रहे हैं तो उसे भंगार में देने के लिए तैयार रहें।
सरकार सड़क हादसे को कम करने के लिए परिवहन में कई प्रकार के बदलाव कर रही है। अब बढ़ते हुए वायु प्रदूषण को देखते हुए धुआं उगलने वाले वाहनों का हटाने की तैयारी है। इसमें पहले वाहन स्वामियों को जागरूक किया जाएगा कि वे स्वयं वाहन को लेकर स्क्रैप में दे दें। इसके लिए समय सीमा भी निर्धारित की जाएगी। तय सीमा के बाद योजना लागू हो जाएगी कि अब इस अवधि से इस अवधि तक के वाहन नहीं चलेंगे। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि किस वर्ष तक के वाहनों को दायरे में रखा जाएगा।
वाहन खरीद पर मिलेगी छूट
एआरटीओ विभाग के अधिकारी बताते हैं कि इस पॉलिसी में अगर वाहन कटेंगे तो वाहन स्वामी को एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसे दिखाने पर वाहन खरीदते समय छूट दी जाएगी। हालांकि अभी तक पांच प्रतिशत छूट की बात सामने आ रही है, लेकिन यह कम और अधिक भी हो सकती है। अगर पॉलिसी प्रभावी हुई तो जनपद में एक लाख से अधिक वाहन इस दायरे में आएंगे।
एआरटीओ अरुण प्रकाश चौबे ने कहा कि स्क्रैप पॉलिसी लागू होने जा रही है। फिलहाल अभी जनपद के लिए लागू करने के संबंध में आदेश नहीं आया है, लेकिन जल्द ही यहां पर भी लागू हो जाएगी।