सिद्धार्थनगर। परिचालक की कमी से जूझ रहे रोडवेज सिद्धार्थनगर को चार परिचालक मिल गए। तीन नये पदों के सृजन की उम्मीद है। ऐसे में बस के संचालन में सहूलियत मिलेगी। वहीं परिचालकों को कई चक्कर नहीं लगाना होगा।
सिद्धार्थनगर डिपो के पास 42 बस थी। इसी माह पांच और बस रोडवेज के बेड़े में शामिल हो गई हैं। इससे बसों की संख्या बढ़कर 47 हो गई है। लेकिन यहां पर पद के सापेक्ष 23 सीट खाली थी। रोडवेज से मिले आकड़ों के मुताबिक बस की संख्या के हिसाब से 95 परिचालक होने चाहिए। लेकिन काफी दिनों से 72 परिचालक थे। इसमें सरकारी और संविदा के लोग हैं। परिचालकों की संख्या कम होने के कारण दूर जैसे दिल्ली रूट से चलकर आने वाले परिचालकों को गोरखपुर या बस्ती के लिए भेज दिया जाता है। यह इसलिए कि बस खड़ी न होने पाए। इससे परिचालकों को परेशानी होती है। संविदा के चार परिचालक रोडवेज को मिल गए हैं। तीन और मिलने की उम्मीद है। ऐसे में रोडवेज पर परिचालकों की कमी थोड़ी कम हो जाएगी। वहीं बंद पड़े रूट पर बस का संचालन भी शुरू होने की संभावना है। इस संबंध में सिद्धार्थनगर डिपो के एआरएम जगदीश प्रसाद ने बताया कि परिचालक मिले हैं और कुछ और मिलने की उम्मीद है। इससे बस के संचालन में आसानी होगी।