सिद्धार्थनगर जिले में बिजली का हाईटेंशन तार टूटकर गिरने से खेत पर काम कर रहीं मां-बेटी की झुलस कर मौत हो गई। घटना रेहरा गांव में बृहस्पतिवार शाम को हुई। ग्रामीणों के मुताबिक, बिजली का तार-तार जर्जर था। इसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों से कई बार की गई थी। मगर समाधान नहीं हुआ। घटना होने के बाद भी तीन घंटे तक बिजली विभाग का कोई कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है।
रेहरा गांव के रामस्वरूप मुंबई में काम करते हैं। उनकी पत्नी मीना (44) पांच बेटियों के साथ घर पर रहती थीं। मीना बड़ी बेटी ऊषा (18) के साथ गांव के बगल में स्थित खेत में प्याज की निराई करने गई थीं। शाम करीब चार बजे खेत के ऊपर से गुजर रहा हाईटेंशन तार टूटकर उनके ऊपर गिर गया। वह दोनों बुरी तरह झुलस गईं।
मौके पर ही उनकी मौत हो गई। आसपास के खेतों पर काम कर रहे लोगों ने महरवा फीडर को सूचना दी। बिजली आपूर्ति बंद होने पर ग्रामीणों ने तार को शव के ऊपर से हटाया। मिश्रौलिया थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। बांसी के तहसीलदार डॉ. संजीव कुमार दीक्षित के पहुंचने पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
उन्होंने बताया कि इसकी रिपोर्ट तैयार करवाई जा रही है। शासन को बिजली विभाग की लापरवाही से अवगत कराया जाएगा। पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाया जाएगा। उधर, बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता अखिलेश चौधरी का कहना है कि कर्मचारियों को तत्काल मौके पर भेजा गया था। लोगों के आक्रोश की वजह से नहीं पहुंचे होंगे। जर्जर तार बदलवाए जाएंगे।