– इंटर में यूपी में तीसरी रैंक पाने वाली सुप्रिया के गांव की सड़क बदहाल
संवाद न्यूज एजेंसी
सिद्धार्थनगर। यूपी बोर्ड परीक्षा में इंटर में प्रदेश में तीसरा रैंक हासिल करने सोनखर गांव की सुप्रिया मिश्रा ने उबड़-खाबड़ सड़क पर चलकर मेहनत के दम पर कामयाबी की राह आसान कर ली।
बांसी कस्बे से उसके गांव तक जाने वाली साढ़े तीन किमी सड़क जर्जर हो चुकी है। बीते सात सालों में लोक निर्माण विभाग की इस सड़क पर कोई काम नहीं हुआ है। गर्मी में सड़क में धूल उड़ रही है। सोनखर की सुप्रिया टॉपर बनी तो गांव में सड़क खराब होने की चर्चा तेज हो गई है।
स्थानीय लोगों की मांग के बावजूद सड़क नहीं बनाई जा रही है। सुप्रिया ने बताया कि सोनखर गांव से डडंवार शुक्ल से पश्चिम कपिया होते हुए काजी रूधौली तक जाने के बाद अच्छी सड़क मिलती है। इस साढ़े तीन किमी सड़क से जाने में समय भी अधिक लगता है। गांव के पास आधी सड़क टूटकर तालाब में गिर गई थी तो लोगों ने पक्की कहीं जाने वाली सड़क में मिट्टी पाट दिया। बरसात में इस स्थान पर फिसलने से बचना बड़ी चुनौती होती है।
बार-बार खराब हो जाती है साइकिल
सुप्रिया ने बताया कि सड़क खराब होने के कारण साइकिल बार बार खराब हो जाती है। इस कारण उसके पिता बृजेश कुमार मिश्र ने एक और साइकिल खरीद दी ताकि एक साइकिल खराब हो तो पढ़ाई बर्बाद होने की नौबत न आए। वह हर दिन दस किमी साइकिल चलाकर सरदार पटेल राष्ट्रीय इंटर कॉलेज में पढ़ने जाती थी, इसमें खराब सड़क पर चलना और अधिक कठिन था। खराब सड़कों के कारण परेशानी के साथ समय की बर्बादी भी होती थी।
डीएम ने किया सम्मानित
जिलाधिकारी संजीव रंजन ने बृहस्पतिवार को कलेक्ट्रेट में सुप्रिया मिश्रा को सम्मानित किया। जिलाधिकारी ने कॅरियर के बारे में भी चर्चा की। इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक अवधेश नारायण मौर्य एवं ओंकार नाथ सहित अन्य लोगों ने सुप्रिया की सराहना की।
मॉडल बनेंगे टॉपर देने वाले विद्यालय
जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कहा कि जिले के जिन विद्यालयों में टॉपर निकले हैं, उनके आधार पर अन्य विद्यालयों को भी कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। टॉपर बनाने वाले विद्यालयों के शिक्षण शैली को अन्य विद्यालयों में भी लागू कराने की कोशिश की जाएगी।
सुप्रिया मिश्रा ने जिले का नाम रोशन किया है। सोनखर गांव की सड़क खराब है तो उसे बनाया जाएगा। बीडीओ को मौके पर भेजकर सड़क बनाने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी।
– संजीव रंजन, डीएम