सिद्धार्थनगर। बिना डॉक्टर और मानक के अस्पताल में इलाज करके पैसा कमाने की कोशिश करने वाले लोगों की जान खतरे में डाल रहे हैं। जांच होती है तो कार्रवाई होती है, फिर भी जिले में यह खेल धड़ल्ले से चल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को इटवा कस्बे में जांच की तो दो निजी अस्पताल और एक पैथोलॉजी अवैध रूप से संचालित होते हुए मिले। इसके पहले डुमरियागंज और बांसी में अवैध अस्पताल संचालन के बड़े मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच की तो अवैध तरीके से जांच व इलाज के मामले सामने आ रहे हैं। तीन माह पहले बांसी के जिगनिहवा के दो मेडिकल स्टोर में अल्ट्रासाउंड जांच की मशीन मिली, इनके पास न रेडियोलॉजिस्ट थे और न ही जांच के लाइसेंस। इसके बाद जोगिया क्षेत्र मेडिकल स्टोर में मरीज भर्ती करके इलाज करने का मामला सामने आया। कुछ दिन पहले ही शोहरतगढ़ के दो अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन रद्द किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के नोडल अफसर प्राइवेट अस्पताल एवं अल्ट्रासाउंड सेंटर डॉ. एमएएम त्रिपाठी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम छापे मारकर अवैध रूप से संचालित निजी अस्पताल और अल्ट्रासाउंड सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।